Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के लिए देश दुनिया से सहयोग मिल रहा है. लोग क्षमतानुसार धनराशि पवित्र काम के लिए भेज रहे हैं. इसी कड़ी में काशी और प्रयागराज के सैकड़ों भिखारियों ने भी राम के प्रति सच्ची आस्था का सबूत दिया. उन्होंने राम मंदिर निर्माण में चार लाख रुपए का चंदा दिया है. काशी और प्रयागराज के भिखारियों ने दान में मिली राशि भगवान राम को समर्पित कर दी है.
भिखारियों ने राम मंदिर निर्माण में किया सहयोग
भिखारियों की भक्ति सुर्खियों में आ गई है. अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम सभी पंथ जाति संप्रदाय को एकता के धागे में बांधने के लिए जाने जाते हैं. अयोध्या में बन रहा भव्य राम मंदिर भी राष्ट्रीय एकता और अखंडता का परिचय है. उन्होंने कहा कि सभी वर्ग के लोगों का राम मंदिर निर्माण में सहयोग मिला है. काशी और प्रयागराज के भिखारियों का जज्बा सराहनीय है. संत समाज प्रभु श्री राम से भिखारियों के खुशहाल जीवन की कामना करता है.
'काशी में खुद बाबा भोलेनाथ ने मांगी थी भिक्षा'
स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि काशी को बाबा भोलेनाथ की नगरी भी कहा जाता है. संपूर्ण विश्व का पालन पोषण करने वाली माता अन्नपूर्णा से स्वयं बाबा भोलेनाथ ने भिक्षा मांगी थी. इसलिए बाबा भोलेनाथ को महादानी के साथ-साथ भिक्षा मांगने के भी स्वरूप में देखा जाता है. भगवान शंकर की नगरी काशी में रहने वाले हर वर्ग के लोगों ने राम मंदिर निर्माण में गहरी आस्था दिखाई है. भिखारियों की प्रदान की गई सहयोग राशि भी विश्व के लिए उदाहरण है. उन्होंने कहा कि धनवान लोग सनातन परंपरा को आगे बढ़ाने में हिचकते हैं. ऐसे में भिखारियों की पहल सराहना के पात्र है.