Ayodhya Gangrape Case: अयोध्या के भदरसा गैंगरेप मामले मे बहुजन समाज पार्टी ने अब सीधे तौर पर समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा है. बहुजन पार्टी ने दो सवाल उठाए हैं. पहले तो यह की क्या पीडीए में गरीब परिवार के लोगों को न्याय नहीं मिलेगा जिसने इतनी बड़ी हैवानियत की है. उसे समाजवादी पार्टी ने पद और पार्टी से क्यों नहीं हटाया.दूसरा सवाल यह कि जो समाजवादी पार्टी मुलजिम और पीड़िता के डीएनए और नारको टेस्ट जांच की मांग कर रही है उसने अपनी सरकार में कभी किसी का डीएनए और नार्को टेस्ट जांच कराया है.
जो पार्टी पीडीए का नारा देती है. जबकि एक पिछड़े समाज को निषाद समाज की बेटी है. जिसकी उम्र महज 12 से 13 वर्ष है और एक गरीब परिवार की बेटी है तो क्या पीडीए में गरीब परिवार के लोगों को न्याय नहीं मिलेगा. गरीब समाज की पीडीए की बेटी को न्याय नहीं मिलेगा.यह समाजवादी पार्टी के लोग जो पीडीए की बात करते है. आज उनको अपना पदाधिकारी दिखाई दे रहा है जो लड़की के साथ इतनी बड़ी हैवानियत किया. आज वह भदरसा के नगर पंचायत का उनका अध्यक्ष है और समाजवादी के लोग अभी तक उसको पद से नहीं हटाए पार्टी से नहीं हटाए यह कैसा पीडीए का इनका दिखावापन है.
मायावती ने भी उठाए थे सवाल
बसपा चीफ मायावती ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि यूपी सरकार द्वारा अयोध्या गैंगरेप केस में आरोपी के विरुद्ध की जा रही सख्त कार्रवाई उचित, लेकिन सपा द्वारा यह कहना कि आरोपी का DNA टेस्ट होना चाहिए, इसे क्या समझा जाए. जबकि सपा को यह भी बताना चाहिए कि उनकी सरकार में ऐसे आरोपियों के खिलाफ कितने DNA टेस्ट हुए हैं. इसके साथ ही यूपी में अपराध नियंत्रण व कानून-व्यवस्था में भी खासकर महिला सुरक्षा व उत्पीड़न आदि को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच अयोध्या व लखनऊ आदि की घटनाएं अति-दुखद व चिंता करने वाली.
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