Accident or Murder: अयोध्या के सनबीम स्कूल में 10वीं की छात्रा की संदिग्ध मौत पर अभी भी पर्दा पड़ा हुआ है. शनिवार को तीन डॉक्टरों के पैनल ने शव का पोस्टमार्टम किया था. देर शाम पोस्टमार्टम की रिपोर्ट भी आ गई. छात्रा के साथ गैंगरेप पर अयोध्या पुलिस ने कुछ साफ नहीं कहा है. एसएसपी मुनिराज ने लखनऊ से एफएसएल की उच्चस्तरीय टीम की मांग की है. छात्रा का बिसरा जांच के लिए भेजा गया है. जांच के लिए स्पेशल पुलिस टीम गठित कर दी गई है.
नहीं सुलझी छात्रा की संदिग्ध मौत की गुत्थी
पुलिस के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छात्रा की मौत का कारण छत से नीचे गिरना बताया गया है. छत से नीचे गिरने के कारण छात्रा को चोट आई थी. एसएसपी मुनिराज ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चोट लगने का संबंध छत से गिरना है. जांच के लिए स्पेशल टीम का गठन के साथ एफएसएल की टीम को लखनऊ से बुलाया गया है. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने अभी तक पोस्टमार्टम की रिपोर्ट नहीं दी है.
छात्रा की संदिग्ध मौत मामले में परिजनों ने पुलिस जांच पर सवाल उठाए हैं. 26 घंटे बाद शनिवार दोपहर पुलिस ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ गैंगरेप, हत्या, साक्ष्य मिटाने और पास्को एक्ट में मामला दर्ज किया. प्रबंधक बृजेश यादव, प्रिंसिपल रश्मि भाटिया और स्पोर्ट्स टीचर अभिषेक कनौजिया को आरोपी बनाया गया है.
पुलिस स्पोर्ट्स टीचर अभिषेक कनौजिया से पूछताछ कर रही है. 3 सदस्यीय डॉक्टरों के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट मुकदमे में काफी अहम है. छात्रा के परिजनों का कहना है कि ग्रीष्मकालीन अवकाश होने के बाद भी स्कूल से छात्रा को फोन कर सुबह 8:45 बजे बुलाया जाता है. घर से स्कूल की दूरी 10 से 15 मिनट की है. सुबह 9:39 बजे 16 सेकंड का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. सीसीटीवी फुटेज में छात्रा स्कूल की तीन मंजिला छत से नीचे गिरती हुई दिखाई दे रही है. परिजनों के मुताबक सुबह 10:00 बजे फोन पर सूचना दी गई कि झूले से गिरने के कारण छात्रा को चोट आई है.
शाम को 5:00 बजे छात्रा की अस्पताल में मौत हो गई. अब परिजन सवाल उठा रहे हैं कि स्कूल प्रबंधन ने झूले से गिरने की झूठी बात क्यों कही. मृतिका के पिता ने प्रिसिंपल रश्मि भाटिया पर गुमराह करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि प्रिसिंपल 4.00 से 4.30 बजे तक परिजनों के साथ थी. अगर पहले छत से गिरने की बात बता देती तो बच्ची को लखनऊ एयर एंबुलेंस से ले जाते. उन्होंने कहा कि बिटिया न तो अवसादग्रस्त थी और न ही किसी तरह की बीमारी थी. पढ़ने लिखने में भी काफी अच्छी थी.
परिजनों ने पुलिस की जांच पर उठाए सवाल
पिता ने बच्ची के नींद की गोली खाने की थ्योरी पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि 10वीं के बाद बच्ची को कोटा, दिल्ली भेजने की तैयारी थी. बिटिया सीसीटीवी फुटेज में हंसते हुए नजर आ रही है. सूत्रों के मुताबिक रश्मि भाटिया ने पुलिस को बताया कि छात्रा काफी समय से डिप्रेशन का शिकार थी और तनाव दूर करने के लिए नींद की गोलियां भी लेती थी. प्रिंसिपल भाटिया ने छात्रा से बातचीत का हवाला दिया. छात्रा डिप्रेशन के लिए रिश्तेदार को जिम्मेदार ठहराती थी.
प्रिसिंपल ने अयोध्या से बाहर छात्रा के साथ घटी घटना का जिक्र किया. परिजनों ने प्रिसिंपल की बात को सिरे से नकार दिया. पिता का कहना है कि घर पर कोई भी रिश्तेदार नहीं आता है. प्रिसिंपल पुलिस को गुमराह करने के लिए झूठे बयान दे रही है. अयोध्या पुलिस की जांच सवालों से अधिक छात्रा की मोबाइल चैट और आरोपी प्रिंसिपल रश्मि भाटिया के बयानों पर केंद्रित है.
एक वरिष्ठ अफसर ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि छात्रा का लापता मोबाइल पुलिस कस्टडी में है. मोबाइल से सोशल अकाउंट पर मृत छात्रा का चैट मिला है. छात्रा तीन-चार दिन में आत्महत्या करने की बात कह रही है. सवाल है कि चैट किससे हो रही थी. पुलिस ने चैट के बारे में प्रिंसिपल रश्मि भाटिया से पूछताछ की थी. परिजनों ने चैट को बकवास बताया है.