Ayodhya Lok Sabha Seat: उत्तर प्रदेश की अयोध्या लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी की हार को लेकर लोग कई तरह के सवाल उठा रहे हैं. इस बीच तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने अयोध्या की हार पर अजीबो-गरीब बयान दिया है. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन ने यहां से दलित और बुजुर्ग उम्मीदवार दिया था, इसलिए बीजेपी उनके सम्मान में चुनाव हार गई.
जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि 'मैं आपको इस रहस्य बता दूं कि अयोध्या की जो महत्वपूर्ण सीट पर भारतीय जनता पार्टी हारी है.. वो असल में हारी नहीं बल्कि जानबूझकर हारी है. क्योंकि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने माता शबरी के बेर खाए थे. केवट को गले लगाया थे. ये राम राज्य है. तो बीजेपी ने तय किया कि यहां इंडी गठबंधन ने यहां जिस प्रत्याशी को टिकट दिया है वो दलित समाज से हैं और बहुत बुजुर्ग हैं.
अयोध्या में जानबूझकर हारी बीजेपी
उन्होंने कहा कि, 'दलित के सम्मान में..बुजुर्ग के सम्मान में बीजेपी ने जानकर ये सीट और अपने लोगों से कहकर कि इस बार अपना वोट दलित और बुजुर्ग के सम्मान में अवधेश प्रसाद को दे दें. इसलिए वो जीत गए..लेकिन वो इतने बुजुर्ग हैं वो कि एक-दो महीने के ही मेहमान हैं. एक तो उनके जाने से जो विधानसभा सीट खाली हुई अब उसे बीजेपी जीत लेगी और एक-दो महीने में जब अवधेश प्रसाद मरेंगे तो फिर चुनाव होगा और फिर बीजेपी चुनाव जीत लेगी. और इस बार बीजेपी पांच लाख वोटों चुनाव जीतेगी.
जगदगुरू ने कहा कि ये बीजेपी का उदार व्यक्तित्व हैं. जो लोग इस बात को समझ नहीं पा रहे हैं वो अयोध्यावासियों के लिए नेगेटिव कमेंट कर रहे हैं. उन्हें ये समझना चाहिए कि ये ही राम राज्य की आधारशिला है. आपको बता दें कि बीजेपी ने अयोध्या में दो बार से सांसद रहे लल्लू सिंह को ही टिकट दिया था. सपा के अवधेश प्रसाद ने उन्हें इस सीट से हरा दिया.
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