रामलला के जन्म स्थान की मिट्टी को रखा जा रहा है सुरक्षित, चौकीदार को सौंपा गया है सुरक्षा का जिम्मा
राम जन्मभूमि परिसर में स्थित कुबेर टीला है जहां पर राम जन्म स्थान की मिट्टी को रखा जा रहा है. दूसरा स्थान कारसेवक पुरम की शाखा रामसेवक पुरम है जहां मिट्टी को सुरक्षित रखा जा रहा है. यहां पर 2 लोगों की ड्यूटी भी लगाई गई है.
अयोध्या: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है. इसके लिए रामलला के गर्भगृह के आसपास की मिट्टी की खुदाई चल रही है. रामलला के जन्म स्थान की मिट्टी को हटाकर के सुरक्षित तरीके से रखा जा रहा है. इसके लिए बकायदा दो स्थान चिन्हित किए गए हैं.
2 लोगों की लगाई गई है ड्यूटी राम जन्मभूमि परिसर में ही स्थित कुबेर टीला है जहां पर राम जन्म स्थान की मिट्टी को रखा जा रहा है. दूसरा स्थान कारसेवक पुरम की शाखा रामसेवक पुरम है जहां मिट्टी को सुरक्षित रखा जा रहा है. यहां पर 2 लोगों की ड्यूटी भी लगाई गई है. राम मंदिर निर्माण से देश-विदेश की आस्था जुड़ी हुई है. दूरदराज के रहने वाले लोग भगवान रामलला के मंदिर निर्माण में अपनी सहभागिता दे रहे हैं. उनके दर्शन के लिए लोग आतुर भी हैं.
धार्मिक भावनाओं को ठेस ना पहुंचे लोग राम जन्मभूमि परिसर में चल रहे मंदिर निर्माण कार्य को देखना भी चाहते हैं. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट राम जन्म स्थान की मिट्टी सुरक्षित रखवा रहा है जिससे किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस ना पहुंचे. मंदिर निर्माण के लिए 39 महीने की मियाद ट्रस्ट की तरफ से रखी गई है. नींव की भराई होने के बाद मंदिर निर्माण के कार्य में इस मिट्टी का दोबारा से उपयोग किया जाएगा, जिससे जन्म स्थान की मिट्टी का कोई दुरुपयोग ना हो और मिट्टी सुरक्षित रहे.
दोबारा इस्तेमाल होगी मिट्टी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा ने कहा कि जन्म स्थान देश के करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है इसमें कई लोग बलिदान हो गए हैं. हम उसकी रक्षा करना अपना धर्म समझते हैं. नींव की खुदाई होनी है तो स्वाभाविक है कि मिट्टी हटाना पड़ेगा और मिट्टी हटाने के बाद उसको परिसर में ही कुबेर टीला पर सुरक्षित रखा गया है. मंदिर निर्माण के बाद भराई करने के लिए भगवान राम के जन्म स्थान की मिट्टी को दोबारा से इस्तेमाल किया जाएगा. इसी लिहाज से जन्म स्थान की मिट्टी को सुरक्षित रखा जा रहा है और बाद में उसका इस्तेमाल किया जाएगा.
गाड़ी का नंबर किया जा रहा है नोट मिट्टी की चौकीदारी कर रहे विवेक कुमार ने बताया कि राम जन्मभूमि जन्म स्थान की खुदाई के दौरान निकली हुई मिट्टी सुरक्षा के लिहाज से रामसेवक पुरम में रखी जा रही है. राम जन्मभूमि परिसर से निकली हुई ट्रॉली रामसेवक पुरम तक पहुंच रही है, इसकी निगरानी के लिए बकायदा गाड़ी का नंबर और उसका चक्कर नोट किया जा रहा है.
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