Ayodhya Leopard Caught: अयोध्या (Ayodhya) में एक माह की कोशिश के बाद आखिरकार तेंदुआ वन विभाग के ट्रैप में फंस गया. अयोध्या के डोगरा रेजिमेंटल क्षेत्र में पिछले एक माह से सक्रिय तेंदुए को आखिरकार पकड़ लिया गया. आर्मी हेलीपैड ग्राउंड के पास ईटीआर रेंज में वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे के ट्रैप में सोमवार की सुबह तेंदुआ फंस गया. जिसके बाद दो डॉक्टर्स ने उसका परीक्षण किया और उसके स्वास्थ्य परीक्षण की रिपोर्ट वन विभाग को सौंपी. जिसके बाद पकड़े गए तेंदुए के केस को क्रेन की मदद से वाहन पर लादा गया. इसके बाद इसे श्रावस्ती जनपद के सुहेलवा वन्य जीव प्रभाग भेज दिया गया.
वन विभाग की टीम 24 घंटे करती रही निगरानी
पिछले माह जुलाई में अयोध्या के कंटोमेंट क्षेत्र में तेंदुए को देखे जाने की बात सामने आई थी. इसके बाद वन विभाग ने उसके पद चिन्हों के जरिए वास्तव में तेंदुए की मौजूदगी को परखने की कोशिश की. यही नहीं पूरे कंटोनमेंट क्षेत्र को चार भागों में बांटकर वन विभाग की 4 टीमों को 24 घंटे निगरानी पर लगाया गया. जगह-जगह कैमरे लगाए गए और जब कैमरे में तेंदुआ दिखाई दिया उसके बाद उसके मूवमेंट के क्षेत्र में 3 केज यानी पिंजरे लगाए गये. काफी दिनों की मशक्कत के बाद अंततः सोमवार की सुबह तेंदुआ एक पिंजरे में फंस गया. जिसके बाद लखनऊ और अयोध्या के डॉक्टर्स के दल ने उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया और यह सुनिश्चित किया कि वह पूरी तरह स्वस्थ है और उसे कहीं भी वन प्रभाग में छोड़ा जा सकता है.
जिसके बाद उसे वन विभाग की टीम की देखरेख में सुहेलवा वन्य जीव प्रभाग भेज दिया गया. वन विभाग के उप प्रभागीय अधिकारी के एन सुधीर की माने तो पकड़ा गया तेंदुआ आदमखोर नहीं हुआ है और ना ही उसने किसी बच्चे या इंसान पर कभी हमला किया.
सुबह 3 बजे आखिरकार पिंजरे में फंसा तेंदुआ
वन अधिकारी के एन सुधीर के मुताबिक जहां-जहां जगह संभावित थी वहां ट्रैप हुआ कैमरे पर तब पुष्टि हुई कि तेंदुआ है. फिर उस दिशा में हम लोग काम करने लगे इसके बाद डब्लू डी आई की टीम को बुलाया गया. साथ ही और कैमरे भी लगाए गए. जंगल को 4 भाग में बांटा गया जिससे पुष्टि होती रही कि तेंदुआ है फिर हम लोगों ने तीन स्थानों पर केज (पिंजरा) लगाया.
उन्होंने बताया कि तेंदुए को ट्रैप करने के लिए उस जगह पर लगाया गया जहां दिखता था कि तेंदुआ यहां से जा रहा है. मीरन घाट चौकी के बगल फायरिंग रेंज के आस-पास कई बार चकमा दिया लेकिन नहीं आया. एक बार तो तेंदुआ 50 फिट की दूरी पर आकर नहीं फंसा. उन्होंने बताया कि तेंदुआ थोड़ा चालाक माना जाता है लेकिन अंततः वो पिंजरा में ही गया. तेंदुआ 3:00 बजे सुबह के आस-पास मीरन घाट वाले केज में कैच हो गया.
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