अयोध्या: भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किए जाने के लिए 12 अक्टूबर से आमरण अनशन पर बैठे तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास का अभी तक किसी ने कोई कुशल क्षेम नहीं जाना है. 12 अक्टूबर से आमरण अनशन पर बैठे परमहंस दास ने 6 माह पूर्व में ही इसकी जानकारी राज्यपाल, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को पत्र के जरिए दे दी थी. लेकिन, 12 अक्टूबर से अनशन पर बैठे परमहंस के पास न तो कोई जनप्रतिनिधि आया है और न ही कोई अफसर.


7 किलो से ज्यादा कम हुआ वजन
महंत परमहंस दास का वजन सात दिनों में 7 किलो से ज्यादा कम हुआ है, जिस लेकर डॉक्टरों ने भी चिंता व्यक्त की है. उधर, परमहंस दास ने मांग की है कि जब तक केंद्र का कोई मंत्री आकर हमसे मुलाकात नहीं करता तब तक अनशन करते रहेंगे, उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनके साथ बर्बरता की जाती है तो अस्पताल और जेल जहां पर भी रहेंगे वहां पर उनका अनशन अनवरत चालू रहेगा.


भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किए जाने की मांग
राम मंदिर के लिए अनशन कर चर्चा में आए संत परमहंस दास ने 12 दिन का अनशन किया था. पीजीआई में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जूस पिलाकर के उनका अनशन समाप्त करवाया था. एक बार फिर भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किए जाने के लिए संत परमहंस दास अनशन पर हैं. परमहंस दास ने कहा कि 12 अक्टूबर से अनवरत आमरण अनशन चल रहा है और 7 किलो से ज्यादा वजन कम हो चुका है. चिकित्सकों ने भी चिंता व्यक्त की है.


कोई हालचाल लेने नहीं आया
परमहंस दास से कहा कि संघ और बीजेपी की परिकल्पना हिंदू राष्ट्र की रही है. उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले 7 दिनों में भारतीय जनता पार्टी का कोई भी जनप्रतिनिधि हालचाल लेने तक नहीं आया है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर बर्बरता पूर्वक उन्हें अनशन से उठाया गया तो जहां भी उन्हें ले जाया जाएगा वहां अनशन जारी रहेगा.



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