Ram Mandir News: जमीयत उलेमा-ए-हिंद के चीफ मौलाना महमूद असद मदनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राम मंदिर उद्घाटन समारोह में जाने का विरोध किया है. वहीं मौलाना असद मदनी के बयान को लेकर अयोध्या के संत समाज की प्रतिक्रिया सामने आई है. मौलाना असद मदनी के बयान का अयोध्या के संत समाज ने पुरजोर विरोध किया है.


वहीं अयोध्या हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास ने कहा कि मौलाना महमूद असद मदनी का बयान निंदनीय है. महंत राजू दास ने कहा कि मौलाना महमूद असद मदनी का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है, इसका पुरजोर विरोध करते है निंदा करते हैं. उन्होंने कहा कि  जिला न्यायालय, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के डे टू डे फैसला के बाद वेद पुराण शास्त्र, उपनिषद संवत उसके बाद सर्व सर्वेक्षण खुदाई. फिर कोर्ट ने आदेश दिया मंदिर बनाने का, अब उस कोर्ट के आदेश का अवहेलना करना है तो मौलाना मदनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.


बाबरी मस्जिद गुत्थी का फैसला गलत आया


बता दें कि मौलाना मदनी ने कहा कि बाबरी मस्जिद गुत्थी का गलत फैसला आया है. इसके नाते देश के प्रधानमंत्री को उस प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में नहीं जाना चाहिए जो कि एक दुर्भाग्यपूर्ण है. मौलाना महमूद असद मदनी ने कहा कि मुल्क के वजीरे आजम को न किसी मंदिर, किसी इबादतगाह के बुनियाद के लिए नहीं जाना चाहिए.


अयोध्या मस्जिद के शिलान्यास पर दिया बयान


इसके अलावा मदनी ने कहा "हम अयोध्या पर जो कोर्ट का फैसला आया है उसे सही नहीं मानते हैं. हमारा मानना है कि वो फैसला गलत माहौल में, गलत तरीके से, गलत बुनियादों पर किया गया है." वहीं मदनी ने कुछ मुस्लिम नेताओं की उस अपील पर भी ध्यान दिया जिसमें अयोध्या मस्जिद के शिलान्यास समारोह में पीएम मोदी के आने का अनुरोध किया था.


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