(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Gyanvapi Case: ज्ञानवापी सर्वे को लेकर हनुमानगढ़ी के महंत राजूदास का बड़ा बयान, मुस्लिम पक्ष को दी ये सलाह
Gyanvapi Masjid Case: अयोध्या में हनुमानगढ़ी के महंत राजूदास ने ज्ञानवापी के एएसआई सर्वे को लेकर कहा है कि इससे हमें न्याय जरूर मिलेगा और इससे सारी स्थितियां साफ हो जाएंगी.
Ayodhya News: वाराणसी में ज्ञानवापी परिसर के एएसआई सर्वे को लेकर अयोध्या के संत हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले की सराहना की है. उन्होंने कहा कि मुस्लिम पक्ष जिस प्रकार से इस मामले को लटकाने और भटकाने के लिए हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट कर रहा हैं, यह अच्छी बात नहीं है. उन्होंने कहा कि हमें संविधान पर पूरा भरोसा है सर्वे होगा तो हमें न्याय जरूर मिलेगा और पूरे मामला में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.
ज्ञानवापी के सर्वे को लेकर हनुमानगढ़ के महंत राजू दास ने कहा कि ज्ञानवापी मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला सराहनीय है. मुझको लगता है कि जिस प्रकार से मुस्लिम पक्ष लटकाने के लिए भटकाने के लिए विषय को कभी हाईकोर्ट, कभी सुप्रीम कोर्ट कर रहा है ये अच्छी बात नहीं है, लेकिन कोई बात नहीं लोकतांत्रिक व्यवस्था में हर व्यक्ति को ये अधिकार है कि वो अपनी बात अदालत के जरिए रख सके. महंत राजूदास ने कहा कि मुझे संविधान में विश्वास है और अदालतों में आस्था है. मुझे लगता है कि न्याय अब मिलेगा जब सर्वे होगा. जब सर्वे होगा तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.
महंत राजूदास ने क्या कहा?
इससे पहले महंत राजूदास ने ज्ञानवापी परिसर के सर्वे को लेकर कहा था कि हिंदुस्तान के मुसलमानों को आगे आकर इस चीज बात को कहना चाहिए कि हमारे पूर्वजों ने जो भूल की है उसको हम सुधार कर सकते हैं. सिर्फ जिद की वजह से मंदिर का जो आकार था उसको ध्वस्त किया गया. सावन का महीना चल रहा है अधिक मास चल रहा है भोले की कृपा है और सब सही सही होगा.
ज्ञानवापी सर्वे का आज दूसरा दिन
आपको बता दें कि 21 जुलाई को वाराणसी जिला अदालत के आदेश के बाद ज्ञानवापी का सर्वे शुरू किया गया था लेकिन मुस्लिम पक्ष इसके बाद सुप्रीम कोर्ट चला गया, जिसके बाद कोर्ट ने 26 जुलाई तक सर्वे पर रोक लगाते हुए मुस्लिम पक्ष को हाईकोर्ट जाने को कहा. इसके बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट में दोनों पक्षों को सुना गया और 3 अगस्त को हाईकोर्ट ने सर्वे पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है. मुस्लिम पक्ष 4 अगस्त को फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, लेकिन सुप्रीम कोर्ट से भी मुस्लिम पक्ष को झटका लगा.
ज्ञानवापी परिसर को शुक्रवार से सर्वे शुरू हो गया है. बीते दिन एएसआई ने यहां के खंबो, दीवारों और हिन्दू प्रतीक चिन्हों की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की. जबकि आज से यहां रेडिएशन जांच के आधार पर जांच शुरू हो गई है.