Ayodhya Celebrates Holi: गंगा-जमुनी तहजीब की नगरी अयोध्या (Ayodhya) में सौहार्द की होली खेली जा रही है. उत्साहित हिंदू (Hindu) और मुस्लिम (Muslim) समाज के लोग फूल, अबीर और गुलाल की होली खेल रहे हैं. साधु-संत हो या मंदिर-मस्जिद के पक्षकार सभी एक दूसरे पर फूल और गुलाल उड़ाते नजर आए. बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबार अंसारी (Iqbal Ansari) भी राम मंदिर आंदोलन से जुड़े लोगों और साधु-संतों संग रंगों का त्योहार मनाते नजर आए.


राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे बबलू खान कहते हैं कि जिस तरह अलग-अलग रंग एक दूसरे में मिल गए हैं उसी तरह सभी के दिल मिलने चाहिए और अगर दिल मिल गए तो भारत तरक्की करेगा और यहां रहने वाले लोगों के परिवार भी तरक्की करेंगे. उधर, बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबार अंसारी ने कहा, 'यह अयोध्या है जहां पर 10,000 मंदिर हैं जहां पर भगवान श्री राम-सीता की मूर्ति विराजमान है और यही पर महंत श्री सत्येंद्र दास जी जो जन्मभूमि के पुजारी भी हैं उन्हीं के मंदिर में हम होली खेल रहे हैं. अयोध्या में संतों के साथ सबका मेल मिलाप है, यही रामराज्य है और त्योहारों का मनाना ईद हो दिवाली या होली हो, सबको एक साथ मिलकर मनाना, यही रामराज्य है.'


यह समरसता की होली- आचार्य सत्येंद्र दास
 श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास इसे सौहार्द की होली कहते हैं. उन्होंने कहा, 'यही समरसता की होली है. सद्भावना की होली है. दुनिया को दिखाने के लिए भी है कि अयोध्या में चाहे बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार रहे हों या मुस्लिम समुदाय के अन्य लोग, सभी अपने दूरियों को मिटाकर होली मना रहे हैं.' आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा, 'हम एक साथ हैं एक भाव से, समरसता से, एक साथ जुड़ कर, चाहे हिंदू का त्योहार हो या मुसलमान का हो, सब एकसाथ मनाएं. यह जो आज से होली शुरू हुई है वह समरसता की होली है, सद्भावना की होली है और दुनिया को यह दिखाने के लिए है कि बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी, श्री राम जन्मभूमि का मुख्य पुजारी और राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे बबलू खान सब लोग मिलकर सौहार्द की होली मना रहे हैं.'


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