UP News: अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है. राम मंदिर के उद्घाटन के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचने वाले हैं. देश के कोने-कोने से राम भक्तों के पहुंचने का अनुमान है. अयोध्या के मुसलमानों ने राम भक्तों की भीड़ से डर जताया है. उन्होंने कहा कि भीड़ की शक्ल में उन्मादी तत्व आ सकते हैं. इसलिए सरकार अयोध्या के मुसलमानों को सुरक्षा की गारंटी दे. मो शाहिद खान बाबरी मस्जिद के अंतिम इमाम के पौत्र हैं. उन्होंने कहा कि अयोध्या में डर का माहौल है.


अयोध्या के मुसलमानों को क्यों सता रहा डर?


उन्होंने कहा कि उपद्रवी तत्वों के आने पर रोक लगनी चाहिए. राम मंदिर आंदोलन के दौरान अनहोनी घट चुकी है. परिवार के दो सदस्यों की हत्या कर दी गई थी. उन्होंने आशंका जताई कि भीड़ की शक्ल में आने वाले उपद्रवी तत्वों से विवाद हो सकता है. इसलिए सरकार को चाहिए कि मुसलमानों से बातचीत कर डर को दूर करने की कोशिश करे. शाहिद खान का कहना है कि प्राण प्रतिष्ठा में आनेवाले वीवीआईपी से खतरा नहीं है. उन्होंने कहा कि अयोध्या आने वाली भीड़ से डर लगता है.


सरकार से की सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग


मोहम्मद इरफान बताते हैं कि 1992 में चार पांच हजार लोगों की भीड़ ने हथियार के साथ घेराव किया था. पंजाब के एक विधायक रिवाल्वर लेकर आए थे. उन्होंने कहा था कि डरने की बात नहीं है. हम समर्थन के लिए आए हैं. उन्होंने मुसलमानों को उकसाने की आशंका जताई. उन्होंने कहा कि हो सकता है मुसलमानों से ताना बर्दाश्त नहीं हो. 


बाबरी मस्जिद के मुख्य पक्षकार इकबाल अंसारी किसी डर और आशंका को निराधार बताते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार पर पूरा विश्वास है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी भी कार्यक्रम में मौजूद होंगे. उन्होंने डर को लोगों का वहम बताया. इकबाल अंसारी ने कहा कि सरकार काम अच्छा कर रही है. उसकी तारीफ करने में कोई बुराई नहीं. 


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