UP News: अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय स्तर की होगी सफाई व्यवस्था, मठ-मंदिरों के टैक्स होंगे माफ, सूची तैयार
Ayodhya News: मेयर गिरीश पति त्रिपाठी ने बताया कि अयोध्या में 6000 से अधिक मंदिर हैं. प्रतिष्ठित मंदिरों को चिह्नित करने का काम लगभग पूरा हो चुका है. नगर निगम का सबसे ज्यादा जोर साफ-सफाई पर है.
UP News: मेयर अयोध्या गिरीश पति त्रिपाठी (Girish Pati Tripathi) ने नगर निगम (Nagar Nigam) की प्राथमिकताओं को गिनाया है. उन्होंने कहा कि मठ मंदिरों के टैक्स माफ करना नगर निगम की पहली प्राथमिकता है. आवारा कुत्तों की जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए एनिमल बर्थ कंट्रोल यूनिट स्थापित की जाएगी. अयोध्या में साफ-सफाई की व्यवस्था अंतरराष्ट्रीय स्तर की होगी. उन्होंने कहा कि नगर निगम का सबसे ज्यादा जोर अयोध्या में साफ-सफाई पर है. गिरीश पति त्रिपाठी ने बताया कि अयोध्या (Ayodhya ) में 6000 से अधिक मंदिर हैं. प्रतिष्ठित मंदिरों को चिह्नित करने का काम लगभग पूरा हो चुका है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की इच्छा अनुसार मठ मंदिरों की सूची तैयार है.
साधु-संतों ने मुख्यमंत्री योगी से मांग की थी. कोरोना काल के दौरान साधु-संतों को टैक्स जमा करने में दुश्वारियों का सामना करना पड़ा था. नगर निगम बनने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की थी. पहले कार्यकाल में कुछ मठ मंदिरों को चिह्नित किया गया था. दूसरे कार्यकाल में नगर निगम प्रतीकात्मक एक से पांच हजार वार्षिक सहयोग लेगा. नगर निगम अयोध्या आवारा कुत्तों के जन्म को नियंत्रित करने के लिए एनिमल बर्थ कंट्रोल भवन का निर्माण करा रहा है.
एनिमल बर्थ कंट्रोल भवन निर्माण का लक्ष्य 30 जून तक
निर्माण पर 3.20 करोड़ रुपए की लागत आएगी. 30 जून 2023 तक निर्माण कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय स्तर की साफ-सफाई व्यवस्था को मेयर ने चुनौती बताया है. उनका कहना है कि राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समय श्रद्धालु अयोध्या आएंगे. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साफ-सफाई की व्यवस्था के लिए अभी से काम और तैयारी शुरू कर दी गई है.
बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम जोरों पर चल रहा है. जनवरी 2024 में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समय लाखों लोग अयोध्या पहुंचेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं.