Ayodhya News: अयोध्या (Ayodhya) में निर्मित हो रहे भव्य श्री रामजन्मभूमि मंदिर के प्रभुत्व और सुरक्षा के लिए एक विस्तृत प्लान तैयार किया गया है. इसके तहत अब श्री रामजन्मभूमि परिसर से सटे क्षेत्र को प्रतिबंधित मंदिर सर्किल 1 और उसके बाद के क्षेत्र को प्रतिबंधित मंदिर सर्किल 2 के रूप में चिन्हित किया गया है. अब इन क्षेत्रों के लिए नए नियम भी बना दिए गए हैं और आने वाले दिनों में इसी तरह की नई गाइडलाइन भी सामने आने वाली है.
अयोध्या में श्री रामजन्मभूमि मंदिर की भव्यता दूर से ही दिखाई दे और सुरक्षा व्यवस्था भी पूरी तरह सुनिश्चित रहे, इसके लिए नई गाइडलाइंस जारी की जा रही है. राम मंदिर की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अयोध्या क्षेत्र को दो हिस्सों मे बांटा गया है. श्री राम जन्मभूमि परिसर से सटे हुए चारों तरफ के क्षेत्रों को प्रतिबंधित मंदिर सर्किल 1 के रूप में चिन्हित किया है. यहां स्थित बिल्डिंगों की अधिकतम ऊंचाई साढ़े 7 मीटर से अधिक नहीं होगी.
वहीं इसके बाद के क्षेत्र प्रतिबंधित सर्किल दो के रूप में जाने जाएंगे और इस क्षेत्र की बिल्डिंगों की ऊंचाई साढ़े 15 मीटर से अधिक नहीं होगी. इतना ही नहीं श्री राम मंदिर के आसपास के मकान और मंदिर का व्यू सुंदर दिखे इसके लिए उनको एक रंग में रंगने की नई गाइडलाइंस भी जल्दी ही जारी की जाएगी हालांकि रंग कौन सा होगा अभी इस पर निर्णय नहीं हुआ है सूत्रों की माने तो श्री राम मंदिर का रंग ही इन आसपास की बिल्डिंग और मंदिरों का रंग भी होगा.
चारों तरफ बनाया जा रहा परकोटा
महंत हनुमानगढ़ी राजू दास ने कहा कि हमऋ लोगों के अंदर शुरू से यह मानसिकता रही कि राम जन्मभूमि मंदिर खूबसूरत बने और उसके आसपास कोई ऐसी व्यवस्था ना रहे कि जो सुरक्षा के मानक के अनुरूप ना रहे, लेकिन हम लोगों को कुछ दिन पहले ही जानकारी हुई है कि कुछ लोगों के शस्त्र लाइसेंस का भी परिवर्तन हुआ है. पहली कड़ी और दूसरी कड़ी में यह निश्चय हुआ है कि मंदिर के आसपास जो भी निर्माण हो वह 1 मंजिल से अधिक न हो. इसके बाद राम मंदिर ट्रस्ट विकास प्राधिकरण और सरकार की भी कोशिश है कि सारा क्षेत्र एक ही रंग का हो.
साथ ही साथ मंदिर का परकोटा इस तरह बनेगा जैसे सुरक्षा की दृष्टि से अभेद किला हो, क्योंकि राम जन्मभूमि मंदिर को लेकर जो षड्यंत्रकारी हैं, विधर्मी हैं, दूषित मानसिकता के लोग हैं. जो चाहते हैं कि दंगा फसाद हो. इसके लिए प्रशासन शुरू से सतर्क है.
श्री राम जन्मभूमि मंदिर के चारों तरफ परकोटा बनाया जा रहा है. इस परकोटे के भीतर परिक्रमा पथ होगा और अन्य मंदिर होंगे. तो दूसरी तरफ यह मंदिर के लिए सुरक्षा दीवार की तरह भी काम करेगा यानि श्री राम जन्मभूमि मंदिर की भव्यता बढ़ाने के साथ-साथ सुरक्षा कैसे बेहतर हो इस पर भी निरंतर मंत्र जारी है.
नगर आयुक्त विशाल सिंह ने कहा कि अधिग्रहण मैं नहीं कह सकता क्योंकि फिलहाल अभी सरकार का कोई ऐसा प्लान नहीं है, लेकिन ट्रस्ट अगर अधिग्रहण करना चाहता है तो करेगा ही. रही बात सुरक्षा मानकों की तो सुरक्षा को लेकर तो यह बात बिल्कुल सत्य है कि रामजन्मभूमि मंदिर सबसे प्रमुख स्थान है, तो इसको देखते हुए उसके बाद का जो पहला सर्किल है. उसको हमने प्रतिबंधित मंदिर सर्किल 1 के रूप में चिन्हित किया है. उसके बाद का जो क्षेत्र है उसे प्रतिबंधित मंदिर सर्किल 2 के रूप में चिन्हित किया है.
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