Ayodhya Ram Path News: उत्तर प्रदेश स्थित अयोध्या में राम पथ पर लगी फैंसी लाइटों की चोरी की खबरों पर अब नई कहानी सामने आ रही है. प्रशासन का दावा है कि ये लाइट्स संभवतः कभी लगाई नहीं नहीं गईं. समाचार एजेंसी IANS को दिए बयान में मंडलायुक्त गौरव दयाल ने कहा कि मामले की जांच हो रही है. अगर झूठी शिकायत दर्ज कराई गई होगी तो एक्शन होगा.


कमिश्नर ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि कड़ी सुरक्षा के कारण बड़े पैमाने पर चोरी की संभावना नहीं है. विकास प्राधिकरण ने चोरी की गई लाइटों की तुलना में लगाई गई लाइटों की संख्या में अंतर पाया. जांच जारी है और अगर चोरी की झूठी सूचना मिली तो कार्रवाई की जाएगी. मंडलायुक्त गौरव दयाल ने कहा, 'संभावना यह है कि लाइटें कभी लगाई ही नहीं गईं.'


गौरव दयाल ने कहा कि कार्यदायी संस्था की जिम्मेदारी है कि वह 1 साल तक इन लाइट्स का रखरखाव करे. यह संभव नहीं है कि इतने ऊंचे स्थान से लाइटें चोरी हो जाएं.



की गई ये शिकायत
बता दें दावा किया गया है कि अयोध्या में राम पथ के पेड़ों पर लगाई गई 3,800 बांस की लाइटें और भक्ति पथ पर 36 गोबो प्रोजेक्टर लाइटें चोरी हो गई हैं, जिनकी कीमत 50 लाख रुपये से अधिक है. अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा दिए गए अनुबंध के तहत फर्म - यश एंटरप्राइजेज और कृष्णा ऑटोमोबाइल्स - द्वारा राम पथ पर लगभग 6,400 बांस की लाइटें और भक्ति पथ पर 96 गोबो प्रोजेक्टर लाइटें लगाई गई थीं.


फर्म के प्रतिनिधि शेखर शर्मा ने शिकायत की थी कि रामपथ और भक्तिपथ पर लगाई गई 3,800 ‘बैम्बू लाइट’ और 36 ‘गोबो प्रोजेक्टर लाइट’ चोरी हो गई हैं. राम जन्मभूमि थाने में दी गई शिकायत के अनुसार ‘रामपथ पर 6,400 बैम्बू लाइट तथा भक्ति पथ पर 96 गोबो प्रोजेक्टर लाइट लगाई गई थीं. 19 मार्च तक सभी लाइट लग चुकी थीं. निरीक्षण के बाद पता चला कि कुछ लाइटें गायब हैं.करीब 3,800 बैम्बू लाइट तथा 36 गोबो प्रोजेक्टर लाइट चुरा ली गई हैं.’


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