Ayodhya News: अयोध्या कचहरी को बम से उड़ाने की धमकी का अयोध्या पुलिस ने खुलासा कर दिया है. कचहरी में ही मुंसी का काम करने वाले सलीम नाम के व्यक्ति ने अपने विपक्षी को फंसाने के लिए कचहरी को बम से उड़ाने की धमकी का पत्र जनपद न्यायाधीश न्यायालय को लिखा था. थाना पूराकलंदर क्षेत्र के दौलतपुर निवासी राशिद का सलीम से लेनदेन का विवाद चल रहा था. इस विवाद के चलते सलीम ने राशिद को फंसाने के लिए हाईप्रोफाइल मामला बनाते हुए कचहरी को बम से उड़ाने की धमकी भरा पत्र राशिद के नाम से लिखकर रजिस्टर्ड डाक द्वारा जनपद न्यायाधीश न्यायालय को भेज दिया था. रजिस्ट्री भी कचहरी डाकघर से ही किया गया था जिसके बाद पुलिस ने कचहरी से ही इस मामले की जांच शुरू कर दी.
जज के कार्यालय को उड़ाने की दी धमकी
राशिद से पूछताछ के बाद राशिद ने पुलिस को कई सबूत दिये, जिसके बाद पुलिस ने सलीम को शिकंजे में ले लिया. गिरफ्तारी के बाद सलीम ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया कि वह राशिद को फंसाने के लिए धमकी भरा पत्र लिखा था. सलीम थाना रौनाही के चिर्रा जगनपुर गांव का रहने वाला है. अयोध्या के एसएसपी शैलेश पांडे ने बताया कि 2 जून को जिला न्यायालय की तरफ से एक पत्र आया था. पत्र में जिला न्यायाधीश के कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी भरा पत्र मिला था. उस पत्र की जांच करने पर राशिद नाम के व्यक्ति के उपर अभियुक्त पंजीकृत किया गया.
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पूछताछ पर ये पता चला
जिस व्यक्ति का नाम लिखा हुआ था उसकी पहचान करके पूछताछ करने पर पता चला कि उस व्यक्ति ने यह काम नहीं किया. किसी ने उस व्यक्ति को फंसाने के उद्देश्य से इस तरह का पत्र डाक खाने से डाला है जिससे कि जिस व्यक्ति का नाम पत्र पर लिखा हुआ है वो फंस जाए और वह जेल चला जाए. विस्तार से पूछताछ होने और सभी बिंदुओं पर जांच में पता चला कि किसी व्यक्ति से उसकी दुश्मनी हो या किसी से विवाद हो उनमें से तीन चार प्रकरण आए, जिनमें से एक पता चला कि कचहरी में ही प्राइवेट तौर पर वह मुंशी का काम करता था. उस पर शक गहराया क्योंकि जो पत्र डाला गया था वह कचहरी से ही डाला गया था. जब उससे गंभीरता से पूछताछ की गई तब उसने बताया कि पूर्व में लेन देन का विवाद था. उसने यह पत्र इसलिए डाला था कि इनके खिलाफ कड़ी से कार्यवाही हो और सनसनीखेज मामला बने इस तरह से इस घटना का अनावरण हुआ है.