Ram Navami 2024: राम मंदिर में आने वाले हर श्रद्धालु की होगी पहचान, योजनाओं पर मंथन जारी, बन रहा ये खास सिस्टम
Ayodhya News:राम नवमीं को भव्य बनाने के लिए राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से तैयारियां तेज कर दी गई हैं, शनिवार को दूसरे दिन की मीटिंग में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने को लेकर रणनीति तैयार की गई.
Ram Navami 2024: प्रभु श्रीराम की नगरी में राम नवमीं को भव्य बनाने के लिए राम मंदिर समिति की तरफ की से तैयारी तेज कर दी गई है. राममंदिर निर्माण समिति की शनिवार को हुई दूसरे दिन की बैठक आयोजित हुई जिसमें रामनवमी मेले में आने वाली भीड़ को किस तरह नियंत्रित किया जाए, इस पर चर्चा की गई. सुरक्षा की दृष्टि से राम जन्मभूमि पथ से लेकर रामजन्मभूमि परिसर तक फेस रिकग्नाइजेशन (एफआर) सिस्टम वाले कैमरे लगाए जा रहे हैं. इससे रामलला के दर्शन को आने वाले हर एक भक्त की पहचान संभव हो सकेगी.
श्रीराम जन्म भूमि ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र के मुताबिक यदि भीड़ में कोई अराजकतत्व प्रवेश करता है तो एफआर सिस्टम से तत्काल उसकी पहचान की जा सकेगी. साथ ही रामनवमी से पहले राम जन्मभूमि पथ के प्रवेश मार्ग से लेकर रामजन्मभूमि परिसर तक बैरीकेडिंग का काम भी पूरा कर लिया जाएगा. पत्रकारों के से चर्चा के दौरान अनिल मिश्र ने कहा कि इस बार स्टेनलेस बैरीकेडिंग लगाई जा रही है. यह बैरीकेडिंग भी होगी और श्रद्धालु यहां बैठकर आराम भी कर सकेंगे.
सात हजार नए लॉकर बनाए जा रहे
उन्होंने बताया कि 10 अप्रैल तक तीर्थ यात्री सुविधा केंद्र के भूतल का काम पूरा कर लिया जाएगा.साथ ही 7 हजार नए लॉकर लगाने का काम तेजी से किया जा रहा है. राम नवमी की तैयारियों को लेकर हो रही इस बैठक में राममंदिर के सुरक्षा सलाहकार केके शर्मा भी बैठक में शामिल रहे. उन्होंने भीड़ नियंत्रण से लेकर यात्री सुविधाओं पर विस्तृत चर्चा की है. राइट्स संस्था अयोध्या की भीड़ को लेकर सर्वेक्षण कर रही है.
डॉ. अनिल ने बताया कि परकोटा निर्माण का काम तेज कर दिया गया है. 825 मीटर लंबे परकोटे में 11 स्थान चयनित कर काम प्रारंभ किया गया है. मार्च 2025 तक परकोटे का काम पूरा हो जाएगा. पूरब के तरफ का मुख्यद्वार तैयार हो गया है. दक्षिण दिशा में बेसमेंट का एरिया 70 फीसदी पूरा हो चुका है. पश्चिम व उत्तर दिशा में परकोटे का काम शुरू हो चुका है. डॉ. अनिल मिश्र ने भक्तों से अपील की कि रामनवमी मेले में भक्त क्रमशः आएं, सामान लेकर न आएं. भक्तों से कहा कि अलग-अलग तारीखों में आकर रामलला के दर्शन करें. जो भक्त खाली हाथ दर्शन को आ रहे हैं वे असानी से दर्शन प्राप्त कर रहे हैं.
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