UP News- राम नगरी अयोध्या (Ayodhya) में छठे दीपोत्सव (Deepotsav) के लिए मिट्टी के बड़े दीए (Earthen Lamp) बनाए गए हैं ताकि वे ज्यादा देर तक जल सकें. पहले के पांच दीपोत्सव में दीयों में मात्र 30 मिलीलीटर तेल ही डाले गए थे जिसके कारण वे तुरंत ही जलकर बुझ गए थे. आयोजन के बाद पहुंचने वाले लोग उस अद्भुत नजारे को देखने से वंचित रह गए थे. उधर, दीपोत्सव को भव्य बनाए जाने की तैयारी शुरू हो गई है. राम की पैड़ी (Ram Ki Paidi) पर इस बार 16 लाख से अधिक दीप जलाए जाने का लक्ष्य रखा गया है जिसको लेकर अब राम की पैड़ी में दीयों को जुटाए जाने का काम भी शुरू हो गया है.
अब तक सात लाख दीए लाए गए हैं
अयोध्या के अलावा लखनऊ और गोंडा सहित अन्य जनपदों से लगभग सात लाख से अधिक दीए राम की पैड़ी लाए गए हैं जिन्हें एक स्थान पर सुरक्षित रखा जा रहा है. इस बार दीपोत्सव में दीपों को लगाने और जलाने के लिए 20,000 से अधिक वॉलिंटियर को तैयार किया जा रहा है. राम की पैड़ी पर होने वाले दीपोत्सव में इस बार अद्भुत नजारा दिखाई देगा क्योंकि इस बार दीयों को बेहद खास स्वरूप में तैयार किया गया है जो कि अधिक समय तक जलते नजर आएंगे. दीपोत्सव को लेकर निर्धारित किए गए वेंडर ने बताया कि पहले दीयों में 30 मिलीलीटर तेल डाला जाता था लेकिन इस बार दीयों के साइज को बड़ा किया गया है और इस बार 40 मिलीलीटर तेल डाले जाएंगे ताकि पिछली बार की अपेक्षा अधिक समय तक जलें.
हर वर्ष हमने तोड़ा अपना ही रिकॉर्ड - मेयर
अयोध्या मेयर ऋषिकेश उपाध्याय ने कहा, 'जब हमारी सरकार बनी तो भव्य दीपोत्सव मनाने का यहां पर निर्णय हुआ, हर वर्ष हमने अपना ही बनाया हुआ रिकॉर्ड तोड़ा है, इस बार बहुत ही भव्य दीपावली मनेगी. उत्तर प्रदेश की जनता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में दोबारा विश्वास व्यक्त किया है. अयोध्या में भी और पूरे देश में बहुत उत्साह है. इस बार पहले से बहुत अधिक भव्य और दिव्य दीपावली मनाई जाएगी.'
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