Ayodhya News: उत्तर प्रदेश सरकार (UP Government) लगातार अयोध्या (Ayodhya) का कायाकल्प कर रही है और अयोध्या को त्रेता युग का अयोध्या बनाने का प्रयास किया जा रहा है. अयोध्या में जितने भी पौराणिक मठ, मंदिर और कुंड हैं, सभी का जीर्णोद्धार किया जा रहा है और उसी प्राचीनता के अनुरूप किया जा रहा है जैसे पहले बनाई गई थी. अयोध्या में लगभग 63 कुंड डेवलपमेंट करने की योजना है जिसमें से 10 कुंड 31 मार्च तक बनाकर पूरे कर लिए जाएंगे, जितने भी प्राचीन कुंड है, चाहे वह शहरी क्षेत्र में हो या फिर ग्रामीण क्षेत्रों में हो, सभी का कायाकल्प किया जा रहा है 


अयोध्या के जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने बताया कि अयोध्या में जितने भी पौराणिक कुंड और मठ मंदिर है, उन सभी मठ मंदिर और कुंडों का डेवलपमेंट किया जाएगा. इसमें चूना और सुर्खी का उपयोग किया जा रहा है जिससे पौराणिक रूप से इसको संरक्षित किया जा सके. साथ ही इसमें मैटेरियल का विशेष ध्यान रखा जा रहा 


31 मार्च तक कंप्लीट किए जाएंगे 10 कुंड
जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने कहा कि हम लोगों की जो अभी कार्य योजना है, वो 10 कुंड का टारगेट पूरा करने की है. अयोध्या के पौराणिक कथाओं से जुड़े हुए सभी कुंड का अभी हम लोगों ने पूरा रिकॉर्ड तैयार किया है. रिवेन्यू रिकॉर्ड से सब का मिलान किया जा रहा है किस रकबे के अनुसार कुंड बना सकते हैं तो उसको पूरा डेवलपमेंट किया गया है. हम लोगों की योजना 63 कुंड को डेवलपमेंट करने की है. फेस वन में 12 कुंड हैं, जिसमें से 10 कुंड 31 मार्च तक कंप्लीट करने का प्रयास किया जाएगा और उसका जो कलेवर है उसको बेहतर रूप से तैयार किया जाएगा. 


जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने कहा कि पानी भी साफ रखने का प्रयास किया जा रहा है, सूर्य मंदिर और सूर्य कुंड दोनों का साथ-साथ रिनोवेशन हो रहा है. हम लोगों का प्रयास है कि 31 मार्च तक हो जाए, जो कुंड ग्रामीण क्षेत्रों में हैं उसको हम लोग मनरेगा से भी ज्यादा से ज्यादा प्रयास करेंगे कि उसका रिनोवेशन किया जाए और और उसके बाद हम लोग भरतकुंड को भी देख रहे हैं.


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