Ayodhya Deepotsav: दीपोत्सव में त्रेता युग की तरह जगमगा उठेगी अयोध्या, आचार्य सत्येंद्र दास बोले- 'टूट जाएंगे सारे रिकॉर्ड'
Ayodhya Deepotsav 2023: आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा, दीपोत्सव का महत्व बहुत ज्यादा है. इसका अर्थ है, 'तमसो मा ज्योर्तिगमय', यानी अंधकार को दूर करना और प्रकाश को जीवन में लाना.
Deepotsav 2023: राम नगरी अयोध्या में इस बार भव्य दीपोत्सव मनाया जाएगा. इस बार राम की पैड़ी से लेकर पूरे परिसर में इक्कीस लाख दिए जलाए जाएंगे, जिससे पूरी अयोध्या जगमगा उठेगी, इस दीपोत्सव को लेकर रामभक्तों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है. राम की पैड़ी पर अभी से दिए लगाने शुरू कर दिए गए हैं. राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने इस दीपोत्सव को लेकर अपनी बात रखी और सीएम योगी की पहल की तारीफ की.
आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा, "अयोध्या की दीपावली आज से नहीं है सदियों से हैं. ये परंपरा तभी से चलती आ रही है. अभी तक हम अपने-अपने मंदिरों में दीपक जलाते थे, लेकिन पिछले कुछ सालों से खुद मुख्यमंत्री के द्वारा दीपोत्सव का कार्यक्रम चलाया जा रहा है. ये बहुत महत्वपूर्ण हैं. इस वर्ष दीपोत्सव पर इक्कीस लाख दीप जलाए जाएंगे और राम की पैड़ी से परिसर तक दीप ही दीप दिखाई देंगे. सभी लोग भी अपने-अपने मंदिर में दीपोत्सव मनाएंगे.
सीएम योगी को दिया धन्यवाद
मुख्य पुजारी ने कहा, "इस वर्ष का दीपोत्सव बेहद अद्भुत दीपोत्सव है और ये एक प्रकार से पिछले साल के दीपोत्सवों का रिकॉर्ड तोड़ देगा. ये महत्व है प्रतिवर्ष बढ़ता-बढ़ता इस साल इक्कीस लाख से ज्यादा हो गया है. दीपोत्सव का महत्व बहुत ज्यादा है. इसका अर्थ है, 'तमसो मा ज्योर्तिगमय', यानी अंधकार को दूर करना और प्रकाश को जीवन में लाना. दीपक का प्रज्वलन रामपथ बन गया है. उसके प्रकाश से पूरी अयोध्या जगमाएगी.
दीपोत्सव में जमगमगा उठेगी राम नगरी
आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ये कह चुके हैं कि वो इस अयोध्या को त्रेता युग की अयोध्या बनाएंगे. जो अयोध्या इतना प्रकाशित रही, भव्य दिव्य रही, जिसे देखकर कुबेर और ब्रह्मा भी इस नगरी को देखकर लज्जित होते थे. उस तरह का विकास करने के लिए मुख्यमंत्री प्रयत्नशील है वो बहुत सुखदायी है. उन्होंने इसके लिए सीएम योगी का खासतौर से धन्यवाद भी दिया.
उन्होंने कहा, इस बार के दीपोत्सव से याद रहेगा कि जब रामलला टैंट में थे तो अयोध्या में इतनी भव्य दिवाली मनाई गई थी. उसी रूप में मनाई गई थी जैसे भगवान रामलला राम मंदिर में विराजमान हो गए हैं. भक्तों में दीपोत्सव को लेकर बहुत उत्साह है कि किस तरह से रामनगरी में दिवाली पर दिए जलाए जाएंगे.
आपको बता दें कि अगले साल राम मंदिर में 22 जनवरी को भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. पीएम मोदी खुद इस समारोह में शामिल हैं. इसके बाद राम मंदिर भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा.