Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियां तेजी से चल रही है. अगले साल 22 जनवरी भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे. ऐसे में ट्रस्ट की ओर से समारोह को बेहद भव्य बनाने की तैयारी की जा रही है. इस दौरान अयोध्या में बड़ी संख्या में देशभर से लोगों के पहुंचने की उम्मीद है. राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य नृपेंद्र मिश्रा के मुताबिक राम मंदिर में करीब 75 हजार लोग आसानी से दर्शन कर सकेंगे.
श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के सदस्य नृपेंद्र मिश्रा ने जानकारी देते हुए कहा है कि मंदिर के पहले का चरण का काम दिसंबर तक पूरा हो जाएगा. जिसके बाद जनवरी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. 22 जनवरी को भगवान की प्राण प्रतिष्ठा होगी और पीएम मोदी 20 जनवरी से 24 जनवरी के बीच किसी भी दिन इस समारोह में शामिल हो सकते हैं. उन्होंने बताया कि 26 जनवरी से राम मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा, जिसके बाद सालों से इंतजार कर रहे रामभक्त भगवान के दर्शन कर सकेंगे.
75 हजार लोग कर सकेंगे दर्शन
नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि मंदिर में करीब 75 हजार लोग आसानी से दर्शन कर सकेंगे. मंदिर के ग्राउंड फ्लोर पर 160 खंबे लगाए गए हैं. एक व्यक्ति को दर्शन करने के लिए करीब 15 से 20 सेकेंड का समय मिल पाएगा पर उन्हें संतोष इसलिए होगा क्योंकि मंदिर में भी वहां तक पहुंचने के दौरान वह कई स्थलों व मंडपों से होकर गुजरेंगे. उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण पर अब तक 900 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च हो चुके हैं और ऐसा अनुमान है कि पूरे मंदिर और परिसर के निर्माण में लगभग 1,700 से 1,800 करोड़ रुपये की लागत आयेगी.
मंदिर के गर्भगृह में रामलला की दो मूर्तियां होंगी, इनमें एक चल और एक अचल मूर्ति है. एक प्रभु श्रीराम की बाल्यावस्था की और दूसरी रामलला की होगी. मंदिर का निर्माण इस तरह किया जा रहा है कि हर साल रामनवमी के दिन दोपहर बारह बजे सूर्य की किरणें श्रीराम की मूर्ति पर पड़ेंगी. इसके लिए रुड़की और पुणे के संस्थानों के वैज्ञानिकों की टीम काम रही है.
10 हजार लोगों को आमंत्रित किया जाएगा
प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए आमंत्रित लोगों के बारे में जानकारी देते हुए मिश्रा ने बताया कि ट्रस्ट की एक उपसमिति इसकी सूची बना रही है. उन्होंने कहा, 'जितने साधु-संत समाज व अलग-अलग पंथ के लोग हैं और जो राम मंदिर निर्माण के आंदोलन से जुड़े थे उन्हें बुलाने का ट्रस्ट की ओर से पूरी तरह से प्रयास किया जा रहा है. अनुमान है कि यह संख्या 2,000 तक पहुंच सकती है.' उन्होंने कहा कि इसके अलावा देश-विदेश और मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के जाने माने लोगों को अति विशिष्ट श्रेणी में आमंत्रित करने की बात है. उन्होंने कहा, 'यह संख्या करीब 7,500 हो सकती है. प्रथम दृष्टया करीब 10,000 लोगों को आमंत्रित करने की योजना है.'
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