Ayodhya Ram Mandir News: अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जोरों-शोरों से तैयारियां चल रही हैं. इसी बीच रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने राम मंदिर में विराजमान होने वाली भगवान श्रीराम की बाल स्वरूप मूर्ति को लेकर अहम जानकारी दी है. राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा भगवान श्री रामलला की जो मूर्ति बनी है, वह पांच वर्ष के बालक का स्वरूप है. यह मूर्ति 51 इंच की है और काले पत्थर की है जो बहुत ही आकर्षक बनी है.
चंपत राय ने अब साफ किया है कि जो मूर्ति श्री राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भ गृह में स्थापित होगी वह श्यामल रंग की होगी. तीन मूर्तिकारों ने अलग-अलग पत्थर से मूर्ति बनाईं है और एक मूर्ति को स्वीकार कर लिया है. सभी मूर्ति हमारे पास रहेंगी सभी ने तन्मयता से काम किया है सबका सम्मान होगा. मूर्ति की पूजा विधि 16 जनवरी से शुरू होगी. राम मंदिर के गृभग्रह वहीं नेपाल के जनकपुर धाम से शुरू हुई 'भारत यात्रा' के अयोध्या पहुंचने पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कहा, "नेपाल और भारत के रिश्ते त्रेतायुग से चले आ रहे हैं. भारत यात्रा आज सुबह 4 बजे पहुंची है, ये राम के लिए उपहार है."
बता दें हाल ही में राम मंदिर के मुख्य द्वार पर हाथी, शेरों, भगवान हनुमान और गरुड़ की मूर्तियाँ स्थापित की गई हैं. ये मूर्तियाँ राजस्थान के बंसी पहाड़पुर क्षेत्र से प्राप्त बलुआ पत्थर का उपयोग करके बनाई गई हैं. अयोध्या में बना भव्य राम मंदिर पारंपरिक नागर शैली में निर्मित है और मंदिर परिसर 380 फीट लंबा (पूर्व-पश्चिम दिशा), 250 फीट चौड़ा और 161 फीट ऊंचा होगा. मंदिर की प्रत्येक मंजिल 20 फीट ऊंची होगी और इसमें कुल 392 खंभे और 44 द्वार होंगे. इस मंदिर को लेकर चंपत राय ने कहा था कि मंदिर में प्रवेश पूर्व दिशा से और निकास दक्षिण दिशा से होगा, संपूर्ण मंदिर अधिरचना अंततः तीन मंजिला होगी होगी.