Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या स्थित राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को हो चुकी थी. लेकिन उस वक्त राम मंदिर के निर्माण पूरी नहीं हुआ था. राम मंदिर के प्रथम तल का निर्माण जुलाई तक पूरा हो जाएगा. इसके बाद उसमें राम दरबार की स्थापना की जाएगी. वहीं मंदिर के संपूर्ण राम मंदिर का निर्माण मार्च 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा. राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने रविवार को मंदिर निर्माण कार्यों की समीक्षा के बाद पत्रकारों को यह जानकारी दी है.
आपको बता दें कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद से दो करोड़ों श्रद्धालु रामलला के दरबार में आ चुके है. वहीं श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए मंदिर परिसर की तरफ से विभिन्न सुविधाएं भी विकसित की जा रही है. भीषण गर्मी में भी रामलला के दरबार में श्रद्धालुओं का आना कम नहीं हुआ था. नृपेंद्र मिश्र ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह भी बताया कि प्रथम तल पर स्थापित होने वाले राम दरबार की मूर्तियां पूरी संगमरमर की होगी. इसके लिए राजस्थान के चार मूर्तिकारों से बातचीत चल रही है. इनका टेंडर भी निकाला जा चुका है. इसी माह के अंदर ही टेंडर खुल जाएगा और उसके बाद मूर्तिकार का भी चयन हो जाएगा.
क्या बोले नृपेंद्र मिश्र
राम मंदिर में चंदन टीका लगाने व चरणामृत पर लगी रोक संबंधित खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मंदिर ट्रस्ट ने इस बात का खंडन किया. रविवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान नृपेंद्र मिश्र ने कहा कि चंदन टीका व चरणामृत नहीं देने की बात भाम्रक है. इसमें किसी भी प्रकार की रोक नहीं लगाई गई है. यहां पहले भी चंदन व चरणामृत नहीं दिया जाता रहा है. यह खबर पूरी तरह से गलत है. यहां सभी के साथ समान व्यवहार किया जा रहा है.
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