UP News: अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) निर्माण का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है. मंदिर निर्माण के पहले चरण यानी चबूतरे का काम पूरा होने के बाद बुधवार से दूसरे चरण के तहत गर्भगृह के निर्माण का काम शुरू होगा. इस मौके पर गर्भगृह का पहला पत्थर स्थापित किया जाएगा. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adiyanath) मौजूद रहेंगे.
किन पत्थरों से होगा निर्माण
राम मंदिर में बुधवार को गर्भगृह निर्माण कार्य शुरू होगा. इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास, सचिव चंपत राय समेत 250 साधु-संत, राजनैतिक हस्तियां और गणमान्य लोग मौजूद रहेंगे. पहले पत्थर के स्थापित होने के बाद 2023 दिसम्बर तक गर्भ गृह का काम पूरा हो जाएगा. उम्मीद है कि 2024 की जनवरी में मकर संक्रांति के दिन रामलला अपने मंदिर में स्थापित हो जाए.
गुलाबी पत्थरों से बनाये जा रहे राम मंदिर का गर्भ गृह का काम बुधवार से शुरू शुरू हो रहा है. ये पिंक सैंड स्टोन राजस्थान के भरतपुर के बंसी पहाड़ के हैं. इनपर नागर शैली की कलाकृति उकेरी जा रही हैं. पहले इन पत्थरों का काम पूरी तरह हाथ से होता था लेकिन अब चूंकि मंदिर निर्माण के काम में तेजी आयी है, इसलिए अब मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है. मंदिर के पुराने डिजाइन में ऊंचाई 128 फुट, चौड़ाई 140 फुट और लंबाई 255 फुट होना था. मंदिर में कुल 4 लाख घन फुट पत्थर लगाए जाएंगे. पहले के डिजाइन में एक लाख 75 हजार घन फुट पत्थर लगने थे.
पीएम मोदी ने किया था शिलान्यास
राम मन्दिर के पक्ष में 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया. इसके बाद 5 अगस्त 2020 को पीएम नरेंद्र मोदी ने राम जन्मभूमि पर शिलान्यास किया. शिलान्यास के बाद पहले भूमि परीक्षण किया गया. भूमि परीक्षण के बाद नींव का काम शुरू हुआ और अब नींव का काम पूरा होने के बाद अब बुधवार को पहला पत्थर रखने के बाद पहले गर्भ गृह का काम शुरू हो जाएगा. गर्भ गृह का काम पूरा होने के बाद रामलला को उनके मंदिर में स्थापित किया जाएगा.
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