Ram Mandir Inauguration: तेज प्रताप यादव के बयान पर आचार्य सत्येंद्र दास का पलटवार, कहा- 'दिवास्वप्न है जो सच नहीं होते...'
Ram Mandir Pran Pratishtha: आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा, ये लोग दिन में सपने देख रहे हैं, इनके सपने कभी पूरे नहीं होंगे. विपक्षी दलों के गठबंधन में आपसी एकता ही नहीं हैं.
Ram Mandir Inauguration: बिहार सरकार में मंत्री तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने बयान दिया है कि राम तभी घर आएंगे जब केंद्र में 'इंडिया' गठबंधन (I.N.D.I.A Alliance) का झंडा लहराएगा. तेज़ प्रताप के इस बयान पर राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास (Acharya Satyendra Das) ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि ये लोग दिन में सपने देख रहे हैं, इनके सपने कभी पूरे नहीं होंगे. विपक्षी दलों के गठबंधन में आपसी एकता ही नहीं हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र में एक बार फिर से बीजेपी की सरकार आएगी.
आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा, "अब वो सब अपने अपने-अपने घरों में झंडा लहराएं. अब केंद्र में आने वे (तेज प्रताप यादव) जो सपने देख रहे हैं वह दिवास्वप्न है, और दिवास्वप्न सच नहीं होते... पहले ये सोच लें कि ये जो गठबंधन बना है उसमें एकता ही नहीं है और जब एकता ही नहीं है, जहां सुमति नहीं है और इस तरफ़ (एनडीए) भाजपा का संगठन है, उसमें सुमति है. एक को नेता माने हैं. उसी नेता के आधार पर चुनाव लड़ेंगे."
आचार्य सत्येंद्र दास ने दिया जवाब
आचार्य ने आगे कहा कि, "अकेले प्रधानमंत्री ने तीनों प्रदेशों में प्रचार करके तीनों प्रांतों को जीतकर कांग्रेस को खदेड़ दिया. वो केंद्र में भी जीत लेंगे और सब ताकते रह जाएंगे. ये जो स्वप्न देख रहे हैं वो कभी पूरा नहीं होगा. चाहे कितने भी प्रयास कर लें, चाहे वे प्रधानमंत्री की कितनी निंदा कर लें, कुछ भी कर लें, सबकुछ उनका गर्त होगा और भाजपा की ही सरकार आएगी."
जानें- तेज़ प्रताप ने क्या कहा था?
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी को जब अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी तो सभी देशवासियों से अपने घरों में श्रीराम ज्योति जलाने और दिवाली मनाने का आह्वान किया था, जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए बिहार सरकार में मंत्री तेज़ प्रताप यादव ने कहा था कि जब केंद्र में इंडिया महागठबंधन की ध्वजा लहराएगी, उसी दिन राम घर आएंगे.
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने 14 जनवरी से सभी मंदिरों व तीर्थ स्थलों पर स्वच्छता का बड़ा अभियान चलाने का आह्वान किया था. इसके साथ ही उन्होंने राम भक्तों से अपील की थी कि प्राण प्रतिष्ठा कि दिन अयोध्या न आएं, उद्घाटन के बाद यहां आने का कार्यक्रम बनाएं.