Ramlala Pran Pratishtha: आगरा में नेत्रहीन बच्चों ने राम धुन बजाकर मधुर भजन गाकर 22 जनवरी को रामलाल प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अपना उत्साह और खुशी जाहिर किया. आगरा के सूर कुटी महाकवि सूरदास की तापो भूमि के विद्यालय में पढ़ने वाले नेत्रहीन छात्रों ने रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर खासा उत्साह और उमंग दिखाई दे रहा है.
सूर कुटी विद्यालय के नेत्रहीन छात्रों ने भगवान राम के मधुर भजन गाए तो माहौल पूरी तरह से अध्योध्य जैसा नजर आने लगा, लग रहा है कि हम अयोध्या बैठे हुए है. राममय माहौल और संगीत के साथ मधुर भजन नेत्रहीन छात्रों की भावनाएं व्यक्त कर रहे है. हारमोनियम और ढोलक के साथ नेत्रहीन बच्चे भगवान श्री राम के मधुर भजन गाकर अपनी खुशी व्यक्त कर रहे हैं.
नेत्रहीन बच्चों ने गाया प्रभु श्रीराम का भजन
विद्यालय के नेत्रहीन बच्चे तन की आंखों से तो रामलाल के दर्शन नहीं कर सकते पर मन की आंखों से भगवान राम के दर्शन और स्पर्श करने की बात कह रहे हैं. सजा दो घर को दुल्हन सा मेरे प्रभु राम आने वाले हैं जैसे मधुर संगीतमय भजनों के साथ नेत्रहीन बच्चे सूर कुटी में भगवान श्री रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव बना रहे हैं. एक साथ एक सुर में बच्चे भगवान राम को याद कर रहे है. मानो ये आगरा का सुर कुटी विद्यालय नही बल्कि अयोध्या धाम है.
नेत्रहीन बच्चों का कहना है कि यह हमारे लिए बेहद हर्ष की बात है कि रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है. हम तन की आंखों से भगवान का दीदार नहीं कर सकते पर अपने मन की आंखों से भगवान राम को दर्शन कर रहे हैं और उनका स्पर्श कर रहे हैं. 22 जनवरी को हम अपने आश्रम और विद्यालय में भजन कीर्तन कर दीप जलाएंगे और दीवाली मनाएंगे. अभी तो हम अयोध्या नहीं जा सकते पर आगे जब मौका मिलेगा तो भगवान राम लाल के स्पर्श कर मन की आंखों से दर्शन करेंगे.