Ramlala Pran Pratishtha: अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर का उद्घाटन होगा. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर रामनगरी में जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं. मंदिर निर्माण का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार (15 जनवरी) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से जुड़ी अहम जानकारी दी. जानिए चंपत राय की पीसी की बड़ी बातें. 



  • चंपत राय ने बताया कि कल यानि बुधवार से प्राण प्रतिष्ठा की पूजन विधि शुरू होगी और 21 जनवरी तक चलेगी.

  • पांच वर्ष के बालक रूप में पत्थर की 150-200 किलो की मूर्ति बीच में खड़ी है. जिसे 18 जनवरी को अपने आसन पर खड़ा कर दिाय जाएगा. 

  • कर्नाटक के प्रसिद्ध मूर्तिकार श्री अरुण योगीराज द्वारा कृष्णशिला पर निर्मित मूर्ति का चयन भगवान श्री रामलला सरकार के श्री विग्रह के रूप में प्रतिष्ठित होने के लिए किया गया है.

  • अन्न, जल, फल, औषधि, घी आदि में प्रतिमा का निवास कराया जाएगा जिसे अधिवास कहते हैं. पुरानी मूर्ति मंदिर परिसर में ही रहेगी.

  • प्रधानमंत्री मोदी, मोहन भागवत, नृत्यगोपाल दास, यूपी की राज्यपाल, यूपी के मुख्यमंत्री, सभी ट्रस्टी, 150 से अधिक परंपराओं के संत, आदिवासी आदि संत महात्मा, खेल, वैज्ञानिक, सैनिक, राजदूत, न्याय पालिका, साहित्यकार, लेखक, चित्रकार, मूर्तिकार आदि सभी विधाओं के श्रेष्ठ जनों को आमंत्रित किया गया है.

  • पद्म श्री प्राप्त, मंदिर आंदोलन से संबंधित परिवार, लार्सन टुर्बो, टाटा ग्रुप व इनके साथ की टोली यानी वेंडर्स आदि सबके प्रतिनिधियों को बुलाया गया है.

  • शैव वैष्णो शाक्त गणपति उपासक, छः दर्शन, कबीर पंथी, जैन, गायत्री परिवार, पंजाब के अकाली आदि, गुजरात के पंथ, कर्नाटक का वीर शैव, लिंगायत आदि सभी रहेंगे. 

  • प्राण प्रतिष्ठा दोपहर 12:20 बजे प्रारंभ होगी और 1 बजे तक पूरी हो जाएगी, यह अनुमान है. इसके बाद सभी महानुभाव, प्रधानमंत्री, डॉ. मोहन भागवत और मुख्यमंत्री अपने मनोभाव प्रकट करेंगे. नृत्यगोपाल दास अपना आशीर्वाद देंगे. 

  • मानसरोवर, अमरनाथ, गंगोत्री, संगम, नर्मदा, गोदावरी, नासिक, गोकर्ण समुद्र आदि का जल आया है. लोग अपने-अपने स्थानों का जल और रज ला रहे हैं. 

  • परंपरा के अनुसार नेपाल के जनकपुर वीरपुर से 1000 टोकरों में भेंट आई है जिसमें सोना चांदी वस्त्र आदि हैं.

  • मिथिला से लोग आए हैं, छत्तीसगढ़ से लोग भार यानी भेंट लेकर आए हैं. लगातार लोग रहे हैं. कार्यक्रम में आठ हजार कुर्सियां लगेंगी.

  • अपने-अपने मंदिरों में स्वक्षता भजन पूजन कीर्तन हो. स्क्रीन लगाकर आप आम लोग कार्यक्रम को दिखाइए और प्रसाद बांटिए. आयोजन मंदिर केंद्रित होने चाहिए.

  • उस दिन सूर्यास्त शाम 5:47 बजे हो जाएगा तो 6 बजे अपने घर के बाहर पांच दिए जलाइए. 

  • उत्तर प्रदेश का पखावज बांसुरी वीणा और अन्य सभी राज्यों के वादन को बुलाया जाएगा. दिन में ढाई बजे से आमंत्रित सदस्य दर्शन करेंगे.

  • दर्शन में शाम के सात भी बज सकते हैं इसलिए अल्पाहार और भोजन की व्यवस्था होगी. जूता रखने, पानी और शौचालय की भी व्यवस्था होगी.

  • कार्यक्रम में 22 को 25 से अधिक चार्टर्ड प्लेन आने वाले हैं. अगले तीन दिन मिला लें तो ये संख्या 100 हो सकती है. 

  • संघ और वीएचपी कार्यकर्ताओं के लिए 26 तारीख से तिथियां तय की गई हैं वो उन्हीं तिथियों में आएंगे. पांच हजार लोग प्रतिदिन आएंगे और वापस जाएंगे.

  • ठहरने के लिए- कारसेवक पुरम, औषधि केंद्र के पास, मणिपर्वत के बगल में बंदोबस्त है और होटल आदि भी हैं. अमेरिका समेत 50 देशों से 53 प्रतिनिधि आ रहे हैं.

  • जो जिस दिन आए उसी दिन दर्शन कर वापस जाए ये कोशिश रहेगी. दर्शन का समय रात में बढ़ाते रहेंगे. 22 जनवरी को मीडिया को भी अंदर कैमरे के साथ ले जाया जाए इसकी प्लानिंग की जा रही है.

  • कोई विद्या छूटी नहीं है जिनसे प्रतिनिधि को निमंत्रित न किया गया हो. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ होगा. 

  • अंदर निर्माण कार्य 22 जनवरी को बंद किया जाए इसका विचार हो रहा है. 

  • 23 जनवरी की सुबह से सभी के लिए राम मंदिर खुला है, मतलब जो भी आएंगे वे भगवान राम के दर्शन कर सकते हैं.

  • गणेश्वर शास्त्री जी और लक्ष्मी शास्त्री जी की देख रेख में पूजा कराई जाएगी. 


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