Ram Mandir Pran Pratishtha: राम मंदिर के उद्घाटन और राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में कांग्रेस हाईकमान द्वारा अयोध्या न जाने के निर्णय का राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने बचाव किया था. दिग्विजय सिंह ने कहा था, 'कितने आमंत्रित व्यक्तियों ने निमंत्रण स्वीकार किया है?उनके इस कदम पर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद राम विलास वेदांती ने प्रतिक्रिया दी है.
राम मंदिर प्राणप्रतिष्ठा पर कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह के बयान पर बीजेपी के पूर्व सांसद राम विलास दास वेदांती ने कहा 'यह किसी पार्टी का नहीं बल्कि पूरे समाज का आयोजन है. किसी को रोका नहीं गया है, हर पार्टी को निमंत्रण दिया गया है. यह एक धार्मिक, भक्तिमय, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक घटना है. कांग्रेस ने हिंदुत्व, सनातन धर्म और राष्ट्रवाद का बहिष्कार किया है. लोगों ने कांग्रेस को सही ढंग से पहचान लिया है कि वे धर्म विरोधी, हिंदू विरोधी और सनातन विरोधी हैं. लोगों को ऐसी कांग्रेस का समर्थन नहीं करना चाहिए. पार्टी ने इसे स्वयं साबित कर दिया है...''
दिग्विजय ने दिया था ये बयान
मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी द्वारा अयोध्या में राम मंदिर के 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह का निमंत्रण अस्वीकार करने पर पार्टी सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा, 'कितने आमंत्रित व्यक्तियों ने निमंत्रण स्वीकार किया है? किसी भी स्थापित धर्म गुरु ने निमंत्रण स्वीकार नहीं किया है. उन्होंने आपत्ति जताई है. धर्म शास्त्र के अनुसार जिस मंदिर का निर्माण अधूरा हो, वहां किसी भी मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा नहीं की जा सकती, यह अशुभ माना जाता है.
उन्होंने कहा था कि कांग्रेस ही नहीं बल्कि सभी राजनीतिक दल जिन्हें निमंत्रण मिला है - शिवसेना, राजद, जद (यू), टीएमसी, सीपीआई, सीपीआई (एम)- कौन इसमें भाग ले रहा है?. भगवान राम सबके हैं. .हमें मंदिर जाकर खुशी होगी लेकिन पहले निर्माण पूरा हो जाए. उन्होंने तो इसे भाजपा का एक आयोजन बना दिया है.'