Ram Mandir Inauguration: अयोध्या में राम मंदिर में भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के समारोह को लेकर न सिर्फ अयोध्या में बल्कि अलग अलग रूप में पूरे देश में हर धर्म के लोग इस खास दिन के लिए तैयारियां कर रहे हैं. कानपुर में सिक्ख समाज ने भी खुशी जाहिर करते हुए एक पहल इस ऐतिहासिक क्षण को दिवाली के रूप में मनाने के लिए ऐसे 5000 डिब्बे तैयार किए हैं. जिनमे मोमबत्ती, माचिस, दीपक और बाती है ,तैयार किए गए ये डिब्बे प्रदेश भर के गुरुद्वारों में कुरियर के माध्यम से भेजे जाएंगे. साथ ही शहर के सिख बाहुल्य इलाकों गुरु नानक मार्केट, गडरियन पुरवा , शास्त्री नगर मार्केट, लाल बंगला मार्केट, गुमटी नंबर 5 मार्केट, गोविंद नगर मार्केट आदि इलाकों में भी ये डिब्बे लोगो में वितरित किए जायेंगे.


सिख वेलफेयर सोसाइटी के प्रदेश अध्यक्ष सरदार गुरविंदर सिंह छाबड़ा चिक्की ने मगंलवार को बताया कि सन 1510 और 11 ई० में गुरु नानक देव जी ने राम जन्म भूमि के दर्शन किए थे उसके पश्चात्त 1528 ई० में यहां पर बाबरी मस्जिद का निर्माण कराया था. जो सुप्रीम कोर्ट के फैसले में भी दर्शाया गया है.


'राम मंदिर का उद्घाटन सुखद पल'
राम मंदिर के लिए प्रथम एफआईआर निहंग सिख फकीर सिंह पर हुई, जिसका उल्लेख भी सुप्रीम कोर्ट ने आए राम मंदिर के फैसले में दर्शाया है. उसके बाद सन 2018 में देश में 5 दिशाओं से 5 सिख जिसमें कानपुर से सरदार गुरविंदर सिंह छाबडा, दिल्ली से सरदार आर पी सिंह, हैदराबाद से वाहेगुरु सिंह, सूरत से सुरेंद्र सिंह, व अमृतसर से जरनैल सिंह ने अयोध्या जाकर वहां के गुरुद्वारों में अरदास की थी कि जल्द से जल्द राम मंदिर बने. आज वह मौका आ गया है जब 22 जनवरी आ रही है और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा श्रीराम मंदिर का उद्घाटन होगा जो पूरे सनातन धर्म के मानने वालों के लिए एक सुखद पल होगा. 


14 जनवरी को होगा सरबसांझी यात्रा का आयोजन
इसी को देखते हुए सिख वेलफेयर सोसाइटी एवं सिख व्यापारी एसोसिएशन द्वारा एक "सरबसांझी यात्रा" का आयोजन 14 जनवरी दिन रविवार को किया जा रहा है. इस यात्रा में सिख समाज व सर्व समाज के लोग गुरुद्वारा पांडू नगर के बाहर से दोपहिया वाहनों से चलने और यात्रा का समापन कानपुर के रावतपुर स्थित रामलला मंदिर में करेंगे और सिख समाज से यात्रा के माध्यम से आह्वान करेंगे कि सब लोग अपने-अपने घरों में दिवाली मनाई और इस यात्रा के माध्यम से यह भी संकेत संदेश देंगे कि हिंदू सिख भाई साथ-साथ मंदिर के उद्‌घाटन वाले दिन साथ में दिवाली मनाएंगे.


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