Ram Mandir Inauguration: कांग्रेस की ओर राम मंदिर उद्घाटन का निमंत्रण अस्वीकार करने पर हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास भड़क गए हैं. उन्होंने बुधवार को एबीपी न्यूज़ से कहा कि ये राम द्रोही लोग हैं. इन्हें बुलाना ही नहीं चाहिए था. क्या भगवान राम बीजेपी के हैं? अगर ये कभी आये तो इनको जूतों की माला पहनायेंगे. अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होना है. जिससे कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने दूरी बना ली है.
कांग्रेस महासचिव संचार जयराम रमेश ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने ''आरएसएस और भाजपा के कार्यक्रम'' के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है.
"चुनावी लाभ के लिए किया जा रहा है उद्घाटन"
उन्होंने कहा कि अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में तीनों शीर्ष नेता शामिल नहीं होंगे, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ ने राम मंदिर को एक राजनीतिक परियोजना बना दिया है और अर्द्धनिर्मित मंदिर का चुनावी लाभ के लिए उद्घाटन किया जा रहा है.
"बीजेपी-आरएसएस के आयोजन का निमंत्रण अस्वीकार"
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने एक बयान में ये दावा किया कि मंदिर का निर्माण कार्य अधूरा है और इसका उद्घाटन चुनावी लाभ के लिए किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी बीजेपी और आरएसएस के आयोजन के इस निमंत्रण को ससम्मान अस्वीकार करते हैं. 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए कांग्रेस के तीन प्रमुख नेताओं को निमंत्रित किया गया था. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी मुख्य अतिथि होंगे.
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