Ram Mandir Opening: रामलला के दर्शन के लिए महात्मा गांधी की वेशभूषा में अयोध्या पैदल निकले रामभक्त उत्तम, कही ये बात
Ramlala Pran Pratishtha: रामभक्त उत्तम तिरलापुर ने कहा कि वो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से भी खासे प्रेरित है. उनके अहिंसा के सिद्धांत की वजह से ही राम मंदिर बन रहा है.
Ram Mandir Inauguration: अयोध्या (Ayodhya) में रामलला के भव्य मंदिर में 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा (Ramlala Pran Pratishtha) को लेकर हर कोई उत्साहित है. हर किसी की इच्छा जल्द से जल्द रामलला के दर्शन कर लेने की है. इसी कड़ी में कर्नाटक के कोडगु जिले के उत्तम तिरिलापुर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की वेशभूषा में पैदल यात्रा कर अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए निकले हुए हैं.
राम भक्त उत्तम तिरलापुर सोमवार को संगम नगरी प्रयागराज पहुंचे हुए हैं. उनका कहना है कि तीन दशक पहले रामलला के भव्य मंदिर को लेकर जब संघर्ष चल रहा था, तभी उन्होंने यह संकल्प लिया था कि वह मंदिर निर्माण होने पर पैदल ही अयोध्या तक का सफर तय करेंगे. वह नवंबर के आखिरी हफ्ते में कर्नाटक से पैदल यात्रा पर निकले हैं. रोजाना तकरीबन 40 किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हैं. तकरीबन डेढ़ महीने की यात्रा के बाद अब वह संगम नगरी प्रयागराज पहुंचे हैं और यहां से मंगलवार को अयोध्या के लिए रवाना होंगे.
महात्मा गांधी से प्रभावित हैं उत्तम
अपनी पैदल यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए रामभक्त उत्तम तिरलापुर ने कहा कि वो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से भी खासे प्रेरित है. उनका मानना है कि महात्मा गांधी के अहिंसा के सिद्धांत की वजह से ही अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण पूरा हो रहा है. प्राण प्रतिष्ठा के बाद वह सबसे पहले रामलला का दर्शन करना चाहते हैं. उत्तम तिरलापुर 5 से 6 दिनों में अयोध्या पहुंच जाएंगे. उनका कहना है कि राम मंदिर का निर्माण पूरा होने से इसने खुश है जिसे वह शब्दों में बयां नहीं कर सकते.
उत्तम के मुताबिक उनके जैसे दूसरे करोड़ों राम भक्त भी रामलला के दर्शन को लेकर व्याकुल है. उनका यह भी कहना है कि भगवान राम और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी दोनों ने ही मर्यादा के दायरे में रहते हुए समाज के लिए त्याग व बलिदान किया है.