Ramlala Pran Pratishtha: अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा की तमाम विधियों और अनुष्ठान के बीच भगवान रामलला का राम मंदिर में प्रवेश हो गया है. इससे पहले बुधवार को दूसरे दिन भी सुबह से कई तरह के विधान किए गए. राम मंदिर में प्रवेश करने के बाद अब श्री रामलला की जन्मभूमि मंदिर परिसर का भ्रमण कराया गया.
इससे पहले श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा ने अपनी धर्मपत्नी के साथ सांगोपांग सर्व प्रायश्चित किया और सरयू में स्नान कर विष्णुपूजन करते हुए घी से होम कर पंचगव्यप्राशन किया. इस दौरान अयोध्या में महिलाओं ने कलश यात्रा भी निकाली, सभी पूजा और अनुष्ठान के बाद श्रीरामलला के मंदिर में प्रवेश कराया गया है.
राम मंदिर परिसर में निकाली जाएगी शोभायात्रा
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 16 जनवरी से ही मंदिर परिसर में विभिन्न प्रकार की विधियां, हवन और पूजा की जा रही है. राम मंदिर परिसर भ्रमण के बाद 18 जनवरी को भगवान रामलला राम मंदिर में बने गर्भगृह में प्रवेश करेंगे. इस दौरान भी मंदिर में हवन और यज्ञ का आयोजन किया जाएगा. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा तक प्रत्येक दिन आगे के अनुष्ठान होते रहेंगे.
जानें आगे की पूजा के विधि विधान
गर्भगृह में प्रवेश के बाद 19 जनवरी को अग्नि स्थापना, नवग्रह स्थापना और हवन के साथ धान्याधिवास, औषधाधिवास, केसराधिवास और घृताधिवास किया जाएगा. 20 जनवरी को राम मंदिर परिसर में शर्करादिवास, फलाधिवास, पुष्पधिवास, का कार्यक्रम होगा. साथ ही इस दिन अलग-अलग नदियों के जल से मंदिर को पवित्र किया जाएगा. गर्भगृह में 21 जनवरी को मध्याधिवास, शैय्याधिवास होगा. इसके बाद 22 जनवरी को रामलला की विग्रह पूजा होगी और रामलला की आंखों से पट्टी खोली जाएगी. जिसके बाद रामलला को दर्पण दिखाया जाएगा. दोपहर में मृगशिरा नक्षत्र में पीएम मोदी के हाथों रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी, जिसके बाद मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा.