Ram Mandir Pran Pratishtha: राम मंदिर को भेंट की जाएगी 'विराट' रामायण, 3000 किलो है वजन, मोटर से पलटा जाएगा पन्ना
Ramlala Pran Pratishtha: राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अयोध्या में जोर-जोश से तैयारियां चल रही हैं. राम मंदिर को भेंट में दिए जाने के लिए दुनिया की सबसे विशाल रामायण को तैयार किया जा रहा है.
UP News: आगरा (Agra) में विश्व की सबसे विराट रामायण (Ramayan) तैयार की जा रही है. स्टील से तैयार हो रही रामायण का वजन 3000 किलोग्राम होगा और इसकी लंबाई 9 फीट और चौड़ाई 5 फीट होगी. स्टील के पन्नों पर उकेरकर रामायण को अंकित किया गया है जो जीवन पर्यंत सदैव के लिए सुरक्षित रहेगी. राममय माहौल में दुनिया की सबसे भारी विराट रामायण को श्री कृष्ण ग्रंथालय धरोहर संस्थान द्वारा तैयार किया जा रहा है. इस रामायण के पन्ने इतने भारी होंगे कि इसको पलटने के लिए सेंसर मोटर की जरूरत पड़ेगी.
सेंसर मोटर के जरिए ही इस रामायण के पन्नों को पलटा जा सकेगा क्योंकि एक पन्ने का वजन करीब 100 किलो ग्राम रहेगा. अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं और पूरा देश इस समय राममय माहौल में रंगा हुआ है. इसी कड़ी में श्री कृष्ण ग्रंथालय धरोहर संस्थान भी जुड़ गया है. स्टील के ऊपर रामायण के शब्दों को गोदकर लिखा गया है, उसके बाद उसमें रंग भरकर रामायण के शब्दों को तैयार किया गया है. इसकी लागत एक करोड़ से अधिक होगी. अभी संस्थान ने मॉडल के रूप में स्टील की रामायण तैयार की है, जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेंट किया जाएगा. इसका उद्देश्य धार्मिक ग्रंथों को सुरक्षित रखने का है.
विराट रामायण को अगले वर्ष किया जाएगा भेंट
22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद अगले वर्ष यानी कि 22 जनवरी 2025 को जब मंदिर की पहली वर्षगांठ होगी तो इस 3000 किलोग्राम की रामायण को अयोध्या मंदिर को भेंट कर दिया जाएगा ताकि सदैव के लिए विराट रामायण संरक्षित और सुरक्षित रहे. संस्था की अध्यक्ष आराध्या सैनी ने बताया कि अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला प्राण प्रतिष्ठा होनी है जिसके चलते पूरा देश राममय दिख रहा है और हमारा उद्देश्य रहता है कि हम अपने ग्रंथों को सुरक्षित कैसे रख सकें इसलिए हमने स्टील से विराट रामायण बनाने का मन में बनाया. संस्था के सदस्यों ने मिलकर इसका अभी छोटा मॉडल तैयार कर लिया है. (लक्ष्मीकांत शर्मा की रिपोर्ट)
ये भी पढ़ें- Kanpur: कानपुर के 'बाल कलाम' पार्थ बंसल को मिला 'विवेकानंद यूथ अवॉर्ड', कोरोना काल में किया था अनोखा आविष्कार