Ram Mandir: अयोध्या राम मंदिर के गर्भगृह की नई तस्वीरें आईं सामने, देखें अब तक के निर्माण की फोटो
Ram Mandir News: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में छत की ढलाई का काम लगभग पूरा हो चुका है. अब निर्माण कार्य की नई तस्वीर सामने आई है. भगवान राम लला जनवरी 2024 में मंदिर में विराजमान हो जाएंगे.
Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra: उत्तर प्रदेश (UP) के अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) के निर्माण का काम जारी है. इस बीच श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय (Champat Rai) ने अपने ट्विटर हैंडल से राम मंदिर निर्माण कार्य की खूबसूरत तस्वीर जारी की है. इस तस्वीर में साफ दिख रहा है कि किस तरह से राम मंदिर निर्माण में छत की ढलाई का काम लगभग पूरा हो चुका है और भगवान राम लला का गर्भ गृह बन कर लगभग तैयार है. भगवान राम लला जनवरी 2024 में अपने दिव्य भव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे.
इससे पहले गुरुवार (25 मई) को ही यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में अगले साल होने वाले राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए जनता को आमंत्रित किया. राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि योगी अयोध्या में चल रही विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की निगरानी कर रहे हैं. प्रवक्ता के अनुसार, राज्य सरकार अयोध्या में शहर के हवाई अड्डे और रेलवे स्टेशन के विस्तार सहित बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर तेजी से काम कर रही है.
30 मीटर होगी राम जानकी पथ की चौड़ाई
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि शहादतगंज से नया घाट तक 13 किलोमीटर लंबे रामपथ के निर्माण की दिशा में भी काम चल रहा है. राम जानकी पथ और भक्ति पथ के विकास के लिए योजनाएं चल रही हैं. राम जानकी पथ की चौड़ाई 30 मीटर होगी, जबकि भक्ति पथ 14 मीटर चौड़ा होगा. इन विकासों का उद्देश्य श्री राम जन्मभूमि और हनुमान गढ़ी मंदिर में भक्तों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाना है.
दुकानदारों को नव विकसित परिसरों में दुकानें की गईं आवंटित
इस बीच, अयोध्या में निर्माणाधीन मंदिर के आसपास के क्षेत्र के विकास के लिए स्वेच्छा से अपना दुकान परिसर उपलब्ध कराने वाले दुकानदारों के लिए सरकार की मुआवजा वितरण प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है. परियोजना से प्रभावित लोगों को नव विकसित परिसरों में दुकानें आवंटित की गई हैं. प्रवक्ता ने बताया, कई दुकानदारों को संपत्ति के मालिकों के सहयोग से उनके मूल स्थानों पर पुनर्वासित करने के प्रयास किए गए.