Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनने के साथ श्रद्धालुओं की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में यहां सड़क का चौड़ीकरण और मंदिर तक दर्शनार्थियों के सुगमता से पहुंचने के लिए दर्शन मार्ग कॉरिडोर बनाया जा रहा है. इसकी जद में यहां मौजूद सैकड़ों दुकानें और मकान आ रहे हैं जिनको मुआवजा देकर सहमति ली जा रही है, लेकिन सपा ने अब इसे लेकर यूपी सरकार और व्यापारियों पर तंज कसा है. सपा ने आरोप लगाया कि मुआवजे में अधिकारी कमीशनखोरी कर रहे हैं.
अयोध्या में भी सड़कों का चौड़ीकरण का काम किया जा रहा है, जिसकी जद में यहां मौजूद सैकड़ों घर और दुकानें आ रही है. प्रशासन की तरफ से इसके लिए मुआवजा राशि देकर सहमति ली जा रही है. यहां पर प्रभावित लोग खुद मकान तोड़ रहे थे या फिर उन्हें बड़ी-बड़ी मशीनों से तोड़ा जा रहा है. जिसे लेकर यहां पर कुछ लोगों में रोष भी देखने को मिल रहा है. जिसे लेकर सपा सरकार में राज्यमंत्री व अयोध्या के पूर्व विधायक तेज नारायण उर्फ पवन पांडे ने व्यापारियों पर तंज कसते हुए निशाना साधा.
अयोध्या के व्यापारियों पर कसा तंज
सपा नेता पवन पांडे ने कहा कि अयोध्या की धरती पर हमारे व्यापारी बंधु नारा लगाते थे, नून रोटी खाएंगे, बुलडोजर बाबा को लाएंगे. नून रोटी खाएंगे, योगी जी की सरकार बनाएंगे. भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी. योगी जी जिस दिन मुख्यमंत्री बने लोगों ने बुलडोजर को दुल्हन की तरह सजाया और उस पर डांस किया था. अब सड़क चौड़ीकरण के नाम पर अधिकारी खेल कर रहे हैं. अयोध्या में जो अधिकारी नियुक्त है मुआवजा देने में कमीशन खोरी कर रहे हैं. जिनका मकान और दुकान जा रहा है उसमें भी कमीशन खोरी हो रही है. जो बुलडोजर उनकी तरक्की का प्रतीक था, वहीं बुलडोजर आज व्यापारियों के विनाश का प्रतीक बन गया है.
एडीएम प्रशासन ने दी सफाई
वहीं इस बारे में एडीएम प्रशासन अमित सिंह ने कहा कि सड़कों का जो चौड़ीकरण हो रहा है उसमें बेनामों से सहमति कराई जा रही है. उसके आधार पर सर्वे कर रहे हैं. मूल्यांकन और स्वामित्व को लेकर जो समस्याएं हैं उसमे सामंजस्य स्थापित कर रहे हैं. लोगों की रोजी-रोजी प्रभावित न हो, उसके लिए पुनर्वास का प्रावधान भी है. हम प्रयास कर रहे हैं कि दुकानदार के आधार पर सामंजस्य स्थापित करके मुआवजा देकर ही अपना काम शुरू करेंगे. इसी के साथ प्रशासन ने साफ कर दिया है कि अगर जमीन और दुकान दोनों भूस्वामी की है तो मुआवजा उनको मिलेगा. अब ऐसे में किराएदार को कुछ समय के लिए समस्या आएगी लेकिन हम उनके पुनर्वास का प्रयास कर रहे हैं.
वहीं इस बारे में एडीएम प्रशासन अमित सिंह ने कहा कि सड़कों का जो चौड़ीकरण हो रहा है उसमें बेनामों से सहमति कराई जा रही है. उसके आधार पर सर्वे कर रहे हैं. मूल्यांकन और स्वामित्व को लेकर जो समस्याएं हैं उसमे सामंजस्य स्थापित कर रहे हैं. लोगों की रोजी-रोजी प्रभावित न हो, उसके लिए पुनर्वास का प्रावधान भी है. हम प्रयास कर रहे हैं कि दुकानदार के आधार पर सामंजस्य स्थापित करके मुआवजा देकर ही अपना काम शुरू करेंगे. इसी के साथ प्रशासन ने साफ कर दिया है कि अगर जमीन और दुकान दोनों भूस्वामी की है तो मुआवजा उनको मिलेगा. अब ऐसे में किराएदार को कुछ समय के लिए समस्या आएगी लेकिन हम उनके पुनर्वास का प्रयास कर रहे हैं.
बुलडोजर को लेकर उठाए सवाल
अयोध्या प्रशासन के इस दावे पर भी सपा ने सवाल उठाया है. सपा नेता ने कहा कि जिस व्यापारी का मकान और दुकान जा रहा है, उनकी दुकान कहां बनेगी? पीछे मकान है, दुकान कहां बना करके देंगे, यही मेरा सवाल है. उन्होंने कहा कि दिनेश शर्मा डिप्टी सीएम थे. 2022 के चुनाव में लॉलीपॉप देने आए थे और व्यापारियों को लॉलीपॉप देकर बड़ा वादा करके गए थे कि जहां पर दुकान तोड़ी जाएगी, दुकान के बदले दुकान देंगे. उन्होंने कहा कि अब दिनेश शर्मा कहां हैं. वो पीएम और सीएम से बात करते हैं. उनको अपने किए गए वादे के आधार पर व्यापारियों के पक्ष में बोलना चाहिए.
अयोध्या प्रशासन के इस दावे पर भी सपा ने सवाल उठाया है. सपा नेता ने कहा कि जिस व्यापारी का मकान और दुकान जा रहा है, उनकी दुकान कहां बनेगी? पीछे मकान है, दुकान कहां बना करके देंगे, यही मेरा सवाल है. उन्होंने कहा कि दिनेश शर्मा डिप्टी सीएम थे. 2022 के चुनाव में लॉलीपॉप देने आए थे और व्यापारियों को लॉलीपॉप देकर बड़ा वादा करके गए थे कि जहां पर दुकान तोड़ी जाएगी, दुकान के बदले दुकान देंगे. उन्होंने कहा कि अब दिनेश शर्मा कहां हैं. वो पीएम और सीएम से बात करते हैं. उनको अपने किए गए वादे के आधार पर व्यापारियों के पक्ष में बोलना चाहिए.
सपा नेता ने कहा कि जब अयोध्य में वोट लेना था तो बोलकर गए कि दुकान के बदले दुकान और अब दुकान के बदले बुलडोजर. मकान के बदले बुलडोजर. बुलडोजर के बाद जो बचा है उसमें दलाली है. उन्होंने कहा कि बीजेपी भगवान राम के नाम पर व्यापारियों को छल रही है. व्यापारी और अयोध्या की जनता आने वाले समय में इसका जवाब देंगी.