अयोध्या: ऐसा पहली बार होगा जब 26 जनवरी यानि गणतंत्र दिवस के दिन राजपथ पर अयोध्या की झलक दिखाई देगी. इस बार राजपथ पर परेड के दौरान अयोध्या के प्रस्तावित राम मंदिर मॉडल के साथ श्री राम के चरित्र को प्रदर्शित करने वाली झांकी दिखाई देगी. अयोध्या से बीजेपी सांसद और राम जन्मभूमि मंदिर के पुजारी समेत साधु-संत इसे लेकर खासे उत्साहित हैं और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच की सराहना कर रहे हैं.
राज तिलक में शामिल होते हैं सीएम योगी
बता दें कि, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दीपोत्सव के अवसर पर जब अयोध्या आते हैं तब राम की जीवन लीला को लेकर अलग-अलग झांकियां निकलती हैं. इसकी शुरुआत भी मुख्यमंत्री योगी के कार्यकाल के दौरान हुई. इसीलिए, अयोध्या आने के बाद सबसे पहले योगी आदित्यनाथ इन्हीं झांकियों की अगवानी करते हैं और पुष्पक विमान से जब राम, सीता और लक्ष्मण अयोध्या पहुंचते हैं तो वो ना सिर्फ उनकी पूजा अर्चना करते हैं बल्कि आरती उतारने के बाद राज तिलक में भी शामिल होते हैं.
संस्कृति और सभ्यता की मिलेगी झलक
यही कारण है कि अयोध्या के साधु-संत कह रहे हैं कि योगी आदित्यनाथ ने इसकी शुरुआत की थी और अब इसकी झलक दिल्ली के राजपथ पर दिखाई देगी. इससे ना सिर्फ भारत की संस्कृति और सभ्यता की झलक मिलेगी बल्कि भारत विश्वगुरु के रूप में भी प्रतिष्ठित होगा. देश और विदेश के लोग जब इन झांकियों को देखेंगे तब वो अयोध्या को जानेंगे और भारत की संस्कृति को भी.
खुशी की बात है
अयोध्या से सांसद लल्लू सिंह का कहना है कि ''हम सबके लिए इससे ज्यादा खुशी की कोई बात नहीं हो सकती कि 26 जनवरी को राजपथ पर प्रभु श्री राम की झांकी निकलेगी. देश की जो संस्कृति, सभ्यता और भगवान श्रीराम के चरित्र को झांकी के माध्यम से हम पूरे देश को बताने का कार्य करेंगे.
देश और विदेश के लोग प्रसन्न होंगे
राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि '' ये बहुत अच्छी बात है. भगवान राम का मंदिर और उनके स्वरूप की झांकी दिल्ली में परेड पर दिखाई जाएगी. झांकी देखकर लोग आकर्षित होंगे. झांकी को देखकर देश और विदेश के लोग प्रसन्न होंगे. ये कार्य अत्यंत सराहनीय है.
रामराज्य का श्री गणेश है
तपस्वी छावनी के महंत संत परमहंस ने कहा कि '' ये बिल्कुल भारतीय संस्कृति को प्रतिष्ठित करने का एक अनोखा कदम है और हम सभी देशवासी इसकी सराहना करते हैं. राम जी का चरित्र मानव के लिए आदर्श है. ये रामराज्य का श्री गणेश है. भारत को विश्वगुरु के पद पर प्रतिष्ठित करने का ये एक सराहनीय कदम होगा.
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