UP News: अयोध्या (Ayodhya) में श्रीराम की जन्म स्थली पर भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) बन रहा है तो वहीं अब क्राउड मैनेजमेंट को लेकर खड़ी हो गई है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmbhoomi Tirth Kshetra Trust) इसी पर विचार कर रहा है. 2024 और इसके बाद बढ़ने वाली श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए प्लान का खाका भी खींचा जा रहा है. इसी के साथ राम मंदिर ट्रस्ट राम जन्मभूमि परिसर में पौराणिक स्थल कुबेर टीला को भी विकसित करने जा रही है जिस के निकट जटायु मंदिर (Jatayu Mandir) भी होगा.


 राम मंदिर ट्रस्ट का मानना है कि 2024 में रामलला की भव्य और दिव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या अचानक बहुत बढ़ जाएगी और जो आने वाले समय में बढ़ती चली जाएगी. इसी को व्यवस्थित करने के लिए राम मंदिर ट्रस्ट मंथन में जुटा है जिससे भीड़ का प्रबंधन किया जा सके. हालांकि रामपथ, जन्मभूमि पथ और भक्ति पथ के जरिए दर्शन मार्ग को कॉरिडोर से जोड़कर श्रद्धालुओं के रामलला तक पहुंचने को सुगम बनाया जा रहा है. इसके बावजूद राम मंदिर ट्रस्ट इस पर मंथन कर रहा है कि और वैकल्पिक उपाय किए क्या जा सकते है. 


चंपत राय ने भीड़ प्रबंधन पर दी यह जानकारी


श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा, 'मुख्य विषय क्राउड मैनेजमेंट था. सामान्य परिस्थितियों में यात्री आएंगे, कितने आएंगे. त्योहार के अवसर पर अयोध्या में कितने यात्री आएंगे, उसका मैनेजमेंट कैसे होगा. सड़क जाम ना हो, कहीं धक्का-मुक्की ना हो जाए दुर्घटनाएं ना हो, समाज को कष्ट ना हो व्यापारियों को भी कष्ट ना हो उसी का नाम है क्राउड मैनेजमेंट. भीड़ अगर आ जाए उसका प्रबंधन कैसे हो. सभी लोगों ने अपने अपने सुझाव दिए. अपनी कल्पना के अनुसार दिए.' उधर,  राम जन्मभूमि परिसर में पौराणिक कुबेर टीले का जीर्णोद्धार कर विकसित करने पर भी राम मंदिर ट्रस्ट की बैठक में निर्णय ले लिया गया है. इसी के बगल जटायु मंदिर का भी निर्माण किया जाएगा. कुबेर टीला प्राचीन है और अयोध्या के 1902 के गजेटियर में भी इसका जिक्र है .


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