अयोध्या, एबीपी गंगा। अयोध्या में रामलला को टाट के मंदिर से फाइबर के बुलेट प्रूफ मंदिर में शिफ्ट करने की कार्रवाई तेजी से हो रही है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, सदस्य अनिल मिश्रा और इंजिनियर ने राम जन्मभूमि परिसर के निरीक्षण के साथ ट्रस्ट के लोकल कार्यालय के भवन का भी निरीक्षण किया। यह भवन दर्शन मार्ग के प्रवेश स्थल से सटा हुआ है।


निरीक्षण के बाद चंपत राय ने कहां की ट्रस्ट की अगली बैठक 4 अप्रैल को अयोध्या में होगी। 25 मार्च यानी नवरात्र के पहले दिन से भक्तों को वर्तमान की अपेक्षा कम दूरी से नए स्थान पर रामलला के दर्शन होंगे। राय ने बताया की रामनवमी में लाखों की संख्या में आए हुए श्रद्धालु फाइबर के मंदिर में रामलला का दर्शन कर सकेंगे।



चंपत राय ने यह भी बताया कि पिछले 14 दिनों में हुंडी समेत जो चढ़ावा चढ़ा है वह लगभग 8 लाख 4 हजार रुपए है। पैसे को ट्रस्ट के खाते में जमा करा दिया गया है। ट्रस्ट के लिए ऑफिस का चयन भी हो चुका है। तेज गति से सुरक्षा विभाग यानी सिक्योरिटी सिस्टम नए स्थान का विकास कर रहा है और उम्मीद है कि 17 मार्च तक वह अपना काम पूरा कर लेंगे। हम प्रगति से संतुष्ट हैं।



राम मंदिर निर्माण के बारे में उन्होंने कहा की अभी सर्वे होगा जमीन का भूमि का कंटूर तैयार होगा कंटूर के माध्यम से तय होगा लेवलिंग क्या हो उसके बाद स्वाइल टेस्टिंग होगी। कम से कम 80 से 90 फीट नीचे जाएंगे और वहां की मिट्टी के सैंपल लेंगे। रुड़की यूनिवर्सिटी या आईआईटी कानपुर से पता चल पाएगा कि मिट्टी की ताकत कितनी है, लोड बियरिंग कैपेसिटी क्या है उसके आधार पर गर्भ गृह के फाउंडेशन का ड्राइंग फिर डिजाइन यह सब तैयार होगा।