Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में राम भक्तों का 500 साल पुराना सपना साकार होने जा रहा है. भगवान रामलला अपने गर्भ गृह में जनवरी 2024 में विराजमान हो जाएंगे. मंदिर के निर्माण कार्य में छत की ढलाई का कार्य शुरू हो गया है. छत की ढलाई के कार्य में लगभग 4 महीने का समय लगेगा. इसके बाद भगवान रामलला मंदिर का गर्भ गृह अब भव्य मंदिर का आकार लेता दिखाई दे रहा है.


अक्टूबर 2023 तक भव्य राम मंदिर का प्रथम तल बनकर तैयार हो जाएगा मंदिर निर्माण कार्य में दिन-रात मजदूर लगाए गए हैं. जिससे मंदिर के निर्माण कार्य में तेजी आ सके. यही वजह है कि मंदिर निर्माण कार्य समय सीमा से पहले ही पूरा कर लिया जाएगा. जिसके बाद राम भक्तों का वो सपना साकार होते दिखेगा, जिसे वो बरसों से संजोए बैठे हैं. 


राममंदिर की छत की ढलाई का काम शुरू


श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि मन्दिर की छत ढलाई कार्य में कर्नाटक का जो मार्बल आया है, उससे छत की ढलाई का कार्य किया जा रहा है और बंसी पहाड़पुर के जो गुलाबी पत्थर हैं उनसे मंदिर का निर्माण कार्य किया जा रहा है. मंदिर निर्माण कार्य में बीम की ढलाई का कार्य पूरा हो चुका है. मंदिर दरवाजे बनाने के लिए सागवान की लकड़ी मंगाई गई है. ये लकड़ी महाराष्ट्र से आ रही है. इस लकड़ी का इस्तेमाल राम मंदिर में लगने वाले दरवाजे में किया जाएगा. 


दिसंबर तक सारे काम हो जाएंगे संपन्न


प्रकाश गुप्ता ने बताया कि मंदिर का निर्माण कार्य में गर्भ गृह का कार्य नवंबर तक पूरा कर लिया जाएगा. छत की ढलाई के कार्य में लगभग 3 से 4 महीने का वक्त लगेगा. जनवरी में भगवान राम लला शुभ मुहूर्त में अपने दिव्य भव्य मंदिर में विराजमान किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि नवंबर तक नीचे का गर्भ गृह का पूरा हिस्सा तैयार हो जाएगा. उम्मीद है कि 3 से 4 महीने और लग जाएंगे. नवंबर तक हर चीज कंप्लीट कर लेना है. मंदिर में जिस मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी उसका निर्माण भी जल्द कर लिया जाएगा. दिसंबर के पहले तक सारा काम पूरा हो जाए, इसके लिए ट्रस्ट लगातार काम कर रहा है. जनवरी में प्रभु की इच्छा है जो उचित मुहूर्त होगा उसमें भगवान का पदार्पण हो जाएगा. 


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