ऐसा होगा निर्माण, ‘हजार साल तक प्राकृतिक आपदाओं में खड़ा रहेगा राम मंदिर’
अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास हो चुका है. अब नींव से जुड़े काम तेजी से चल रहे हैं. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय के मुताबिक मंदिर का निर्माण ऐसा होगा कि भूकंप के झटके भी इसे न हिला पाये.
अयोध्या: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम देख रहे न्यास के एक सदस्य ने शुक्रवार को कहा कि मंदिर का ढांचा भूकंप रोधी और हजार सालों तक प्राकृतिक आपदाओं को झेलने में सक्षम होगा.
अयोध्या के कारसेवकपुरम में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कहा कि मंदिर की नींव के स्तंभ उतने गहरे होंगे जितने नदियों पर बनने वाले पुलों के होते हैं जिससे मंदिर भूकंप रोधी होगा. उन्होंने कहा कि मंदिर इतना मजबूत होगा कि हजार सालों तक प्राकृतिक आपदाओं को झेल सके.
राय ने कहा कि मंदिर निर्माण का कार्य करने वाले कंपनी ‘लार्सन एंड टर्बो’ ने उन्हें बताया कि मंदिर के नींव की योजना जल्द ही तैयार हो जाएगी क्योंकि यह अंतिम चरण में है. उन्होंने कहा, “हम तय शुल्क अदा करने के बाद अयोध्या विकास प्राधिकरण से योजना पारित करवाएंगे. हम किसी तरह की छूट नहीं चाहते.”
अबतक 42 करोड़ रुपये दान में मिले
चंपत राय ने कहा कि जमीन की खुदाई और उसे समतल किये जाने के दौरान मिलने वाली प्रस्तर प्रतिमाओं को मंदिर में प्रदर्शन के लिये रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि न्यास को अब तक अपने बैंक खाते में 42 करोड़ रुपये प्राप्त हो चुके हैं और लोग एक रुपये से लेकर एक करोड़ तक दान कर रहे हैं.
उन्होंने पांच अगस्त को ‘भूमिपूजन’ के लिए अयोध्या आने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी तारीफ की. उन्होंने कहा, ''संकट के समय और आलोचनाओं के बीच प्रधानमंत्री ने अयोध्या आने और राम लला को साष्टांग दंडवत कर सम्मान व्यक्त करने का फैसला लिया.''
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