Ram Mandir News: वीएचपी के हाथों में होगी रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की व्यवस्था, तैयार हो रही है रणनीति
Ram Mandir Pran Pratishtha: राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि ये विश्व हिंदू परिषद की लगभग देश की इम्पोर्टेन्ट टोली है. ये तीन दिन के लिए अयोध्या आ रही है.
Ayodhya News: जनवरी 2024 में मकर संक्रांति के बाद होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की पूरी व्यवस्था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद के हाथों में होगी. इसके लिए विश्व हिंदू परिषद के शीर्ष पदाधिकारी की दो दिवसीय बैठक अयोध्या में रविवार से शुरू होगी. राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की मानें तो इस बैठक में देश भर में राममय माहौल बनाने पर रणनीति बनाने को लेकर चर्चा होगी.
वहीं राम मंदिर ट्रस्ट प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के शुरूआती दिनों में देश भर से लगभग 5 करोड़ लोगों को अयोध्या लाने की योजना पर काम कर रहा है. इसके लिए मंदिरो से जुड़े लोगों को आधार बनाकर अपनी रणनीति तैयार की जा रही है. राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की मानें तो एक मंदिर से लगभग 100 परिवार जुड़े होते हैं तो हमारी रणनीति है कि देश के 5 लाख मंदिरों तक कैसे पहुंचा जाए. इसी के साथ इस बात पर भी मंथन चल रहा है कि अयोध्या आने वाले लोगों के क्राउड मैनेजमेंट के तहत डेट चार्ट का निर्धारण कैसे हो. अगले दो दिन तक चलने वाली बैठक में इसको लेकर अहम निर्णय ले जाएंगे.
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि ये विश्व हिंदू परिषद की लगभग देश की इम्पोर्टेन्ट टोली है. ये तीन दिन के लिए अयोध्या आ रही है, इनकी बैठक कल दस तारीख और ग्यारह तारीख को होगी. ये सभी कार्यकर्ता कल निर्माण कार्य देखने जाएंगे और प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर सम्पूर्ण भारत का वातावरण सात्विक सांस्कृतिक धार्मिक अर्थात राममय बनाया जाए तो कैसा बनाया जाए. प्राण प्रतिष्ठा के दिन अयोध्या में अनुशासन व्यवस्था ज्यादा से ज्यादा कैसी रह सकती. है क्या पद्धिति अपनाई जाए कि एक-एक करके देश के सभी राज्य और वहां का समाज अयोध्या में नए मंदिर का और उसमें प्राण प्रतिष्ठित राम जी के विग्रह का दर्शन कर सके. ये बड़े महत्वपूर्ण विषय हैं, इसके लिए संगठन के कार्यकर्ता यहां की परिस्थितियां और देश के वातावरण को राममय बनाने के लिए क्या किया जाए.
इसके साथ ही चंपत राय ने कहा कि देश के 2 लाख गांव तक कैसे पहुंचा जा सकता है. अगर किसी मंदिर से सब परिवार जुड़े हैं तो हिंदुस्तान के 5 लाख मंदिरों तक कैसे पहुंचा जाए, यह चिंतन के विषय हैं. संपूर्ण भारत अयोध्या आए तो कैसे इनका मैनेजमेंट होगा, इनका डेट चार्ट क्या होगा, इस पर विचार चल रहा है. यह विचार अभी 2 दिन और चलेगा यह कहिए कि दो दिन के बैठक के एजेंडे पर आज चर्चा हुई है.