Ayodhya News: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम तेजी से जारी है. श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में रामलला की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को भव्य बनाने की तैयारी है. अगले साल 21, 22 और 23 जनवरी को होने जा रहे प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने चार हजार साधु-संतों को न्योता देने का फैसला लिया है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कार्यक्रम में बुजुर्ग और उम्रदराज साधु-संतों से नहीं आने की अपील की है. उन्होंने कहा कि सुरक्षा कारणों से आमंत्रित संत अपने साथ चवर छत्र, चरण पादुका जैसे प्रतीक चिह्नों को साथ नहीं ले जा सकेंगे.


रामलला का दर्शन कब करेंगे राम के भक्त?


चंपत राय ने कहा कि रामलला का दर्शन पीएम मोदी की रवानगी के बाद भक्त कर सकेंगे. उन्होंने बताया कि विभिन्न क्षेत्रों में नाम कमाने वाली हस्तियों को आमंत्रित किया जाएगा. राम मंदिर आंदोलन में प्राणों की आहुति देनेवालों को भी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में बुलाया जाएगा. राम जन्मभूमि परिसर में आमंत्रित लोगों की सूची बनाई जा रही है. बाकी लोग अयोध्या की तर्ज पर अपने घरों और मंदिरों में कार्यक्रम कर प्रसाद बांटे.


प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को भव्य बनाने की तैयारी


बता दें कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सभी प्रमुख संतों को अयोध्या के बड़े मठों में ठहराने की योजना बनाई है. गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से एक महीने तक रोजाना 75 हजार से एक लाख भक्तों को भोजन कराया जाएगा. देशभर के 5 लाख से अधिक गांवों और नगरों में रामलला की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लाइव दिखाए जाने की भी तैयारी है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देश विदेश से आने वाले अतिथियों को ठहराने के लिए कुंभ की तर्ज पर हाईटेक सुविधाओं से लैस टेंट सिटी का निर्माण किया जा रहा है. 


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