Ayodhya Rampath Collapsed in Rain: अयोध्या में शुक्रवार को    मानसून की पहली बारिश हुई, जिसमें विकास के तमाम दावों की हवा निकल गई. राम मंदिर तक जाने के लिए बनाया रामपथ कई जगहों से धंस गया और सड़क पर बड़े-बड़े गड्डे बन गए. जिसके बाद अब इसकी गाज जिम्मेदार अफसरों पर गिरी है. इस प्रोजेक्ट से जुड़े एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, AE और JE को निलंबित कर दिया गया है. 


सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में रामपथ में हुए भ्रष्टाचार पर कड़ा एक्शन लेते हुए एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ध्रुव अग्रवाल, असिस्टेंट इंजीनियर अनुज देशवाल और जूनियर इंजीनियर प्रभात पांडे को निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं और जल्द ही रिपोर्ट मांगी है. सीएम योगी इस मामले में लापरवाही बरतने वाले और भ्रष्टाचार को लेकर किसी को बख्शने के मूड में नहीं है. 


पहली बारिश में धंसा रामपथ
अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन हुए अभी छह महीने ही हुए हैं, इससे कुछ समय पहले ही रामपथ का निर्माण भी किया गया था और इसका उद्घाटन किया गया था. ताकि बड़ी संख्या में अयोध्या आने वाले रामभक्तों को किसी तेरह की परेशानी न हो. लेकिन शुक्रवार को हुई मानसून की पहली ही बारिश में सारी पोल खुल गई. 13 किमी के रामपथ पर सहादतगंज से लेकर नया घाट तक बनी सड़क पर कई जगहों पर गड्ढे हो गए. 


रामपथ धंसने की खबर आते ही आनन-फानन में प्रशासन ने गड्ढों को भर दिया लेकिन तब तक कई वीडियो सोशल मीडिया वायरल होने लगे. जिसकी वजह से प्रदेश सरकार को काफी किरकिरी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं विपक्षी दल भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरने में कोई कमी नहीं छोड़ रहे हैं और सका पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए हमले कर रहे है. 


अयोध्या को बीजेपी ने विकास के मॉडल की तरह बनाने की कोशिश की थी और देशभर में इसका जिक्र करते हुए प्रचार किया था. लेकिन, पहली ही बारिश में जिस तरह जगह-जगह जल जलजमाव हुआ और रामपथ धंस गया उसने सारे दावों पर पानी फेर दिया है. वहीं कांग्रेस अब राम मंदिर से लेकर अयोध्या में हुए विकास कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार किए जाने का आरोप लगा रही है.  


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