Ayodhya Rape Case: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों से बीजेपी के एक तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को मुलाकात की. उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा दी जाने वाली मुआवजा राशि को पांच लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये करने का आग्रह किया. प्रतिनिधिमंडल में भाजपा के राज्यसभा सदस्य बाबूराम निषाद, राज्यसभा सदस्य संगीता बलवंत बिंद और राज्य के पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप शामिल थे.


बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने इस घटना के संबंध में परिवार से विस्तृत जानकारी भी जुटाई. अब इस विस्तृत जानकारी के आधार पर तैयार की गई रिपोर्ट शीर्ष संगठन को सौंप दी गई है. फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट लगभग 4 पन्नों की है और इसमें कुछ अहम बातें भी डेलिगेशन ने लिखी हैं. खास तौर पर समाजवादी पार्टी पर सीधा हमला बोला गया है. 


इसके बाद रिपोर्ट में स्थानीय पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए गए हैं. इस रिपोर्ट में पीड़िता और उसके परिवार के लिए मुआवजा बढ़ाने की बात फिर से कही गई है. अब शून्य काल में राज्यसभा सदस्य बाबूराम निषाद इस मुद्दे को सदन में उठाएंगे.


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पहले भी हुई थी मुआवजा बढ़ाने की मांग
इससे पहले बाबूराम निषाद ने इस बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा था कि भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से राज्य सरकार द्वारा लड़की के परिवार को दी जाने वाली वित्तीय सहायता को पांच लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये करने का आग्रह किया है. गौरतलब है कि सीएम ने दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों को पांच लाख रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की थी और शनिवार को बीकापुर विधायक अमित सिंह चौहान ने परिवार को चेक सौंपा.


यह पूछे जाने पर कि क्या नाबालिग लड़की को लखनऊ या दिल्ली में किसी बेहतर सुविधा में स्थानांतरित किया जाएगा, निषाद ने कहा, “हमने उनसे (चिकित्सकों से) कहा है कि अगर आपको लगता है कि यह (चिकित्सा उपचार देना) आपके नियंत्रण से बाहर है, तो बिना किसी देरी के लड़की को उच्च केंद्र में स्थानांतरित कर दिया जाना चाहिए.”