Ayodhya Rape Case: अयोध्या में नाबालिग दलित लड़की से गैंगरेप के केस में मुख्य आरोपी बनाए गए सपा नेता मोईद खान का DNA अयोध्या गैंग रेप पीड़िता के भ्रूण से मैच नहीं हुआ. समाजवादी पार्टी की तरफ मोईद खान को निर्दोष बताते हुए आरोप लगाया जा रहा है कि योगी सरकार मुस्लिम होने की वजह से उन्हें टारगेट कर रही हैं. अब मुरादाबाद के पूर्व सांसद और समाजवादी पार्टी नेता डॉक्टर एसटी हसन की प्रतिक्रिया सामने आई है. 


सपा नेता एसटी हसन ने इस पर कहा कि, ''हम शुरू से ही यह कह रहे थे. अखिलेश यादव ने भी डीएनए टेस्ट की मांग की थी और कहा था कि वह इसमें शामिल नहीं हैं.'' 70 साल के व्यक्ति जो समाज में अपना रुतबा रखता है उस पर ऐसे बेतुके आरोप क्यों लगाए जाते हैं? अगर हमारे पास यह तकनीक नहीं होती तो उसकी जिंदगी बर्बाद हो जाती. जो लोग ऐसा करते हैं उन्हें पता होना चाहिए कि वे दुनिया की अदालत से सुरक्षित रह सकते हैं, लेकिन सर्वशक्तिमान की अदालत से नहीं."


क्या बोले अवधेश प्रसाद
फैजाबाद सांसद अवधेश प्रसाद ने मोईद खान को निर्दोष बताते हुए कहा कि, सरकार ने मुस्लिम होने की वजह से मोईद खान को फंसाया. हाईकोर्ट में पेश डीएनए रिपोर्ट से यह साबित होता है कि आरोप झूठे हैं. सपा सांसद ने आगे कहा कि, सिर्फ आरोप के आधार पर ही उसके घर को गिरा दिया गया. यह अच्छा नहीं है, देश के लिए अच्छा नहीं है.  बीजेपी ने बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि, गैंगरेप में अगर किसी एक का डीएनए टेस्ट मैच हो जाता है तो पीड़िता का बयान ही सही माना जाता है. लेकिन समाजवादी पार्टी में जिस तरह से ख़ुशी की लहर है कि डीएनए टेस्ट मैच नहीं किया, इससे उनका असली चेहरा सामने आया है.


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