UP News: अयोध्या (Ayodhya) में सरयू नदी (Saryu River) खतरे के निशान के नीचे है लेकिन चेतावनी के स्तर से ऊपर बह रही है. नदी का जलस्तर बढ़ और घट रहा है. अलग-अलग बैराज पर पानी की दिशा बदल दी गई है जिसके चलते सरयू का जलस्तर मौजूदा समय में घट रहा है. केंद्रीय जल आयोग का कहना है कि बारिश लगभग ना के बराबर हुई है अगर बारिश ठीक से होती है तो एक दिन में ही सरयू खतरे के निशान से ऊपर चली जाती.


सरयू का जलस्तर बढ़ने से ना सिर्फ घाट के किनारे पूजा-पाठ और स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की आस्था पर संकट खड़ा हो जाता है बल्कि बाढ़ की स्थिति में जब कटान शुरू होती है तो लोगों को पलायन करना पड़ जाता है. केंद्रीय जल विभाग के इंजीनियर अमन चौधरी ने बताया कि अभी जलस्तर 92.61  है जो खतरे के निशान से 12 सेंटीमीटर नीचे है लेकिन वॉर्निंग स्तर से ऊपर है. उन्होंने बताया कि एलगिन ब्रिज पर पानी को डाइवर्ट किया गया है. इसके अलावा लखीमपुर खीरी में कतरनिया घाट पर गिरिजापरी बैराज है, वहां भी पानी को डायवर्ट किया गया है.


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उन्होंने बताया कि जलस्तर को बैराज के जरिए नियंत्रित किया जाता है कंट्रोल किया जाता है. अभी उत्तर प्रदेश के मैदानी भाग में बारिश लगभग ना के बराबर हुई है अगर यहां भी अच्छे से बारिश हो जाए तो नदी खतरे का निशान तुरंत पार कर जाएगी. उन्होने कहा कि प्रशासन की तरफ से तैयारियां पहले ही हो चुकी हैं क्योंकि सरयू का जलस्तर चेतावनी स्तर से ऊपर जा रहा है, इंजीनियर अमन चौधरी ने कहा कि पानी जैसे ही खतरे के निशान से ऊपर जाएगा बाकी की तैयारियां भी कर ली जाएंगी.


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