Ayodhya News : भारतीय कुश्ती संघ (Wrestling Federation of India) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brijbhushan Sharan Singh) के समर्थन में राम नगरी अयोध्या (Ayodhya) के सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी के संत उतर आए हैं. पत्रकार वार्ता करते हुए संकटमोचन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबा संजय दास (Sanjay Das) ने कहा कि कुछ लोग कुश्ती संघ के अध्यक्ष व सांसद बृजभूषण शरण सिंह की छवि धूमिल करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि वह एक बेबाक इंसान हैं. वे गलत को बर्दाश्त नहीं करते. 


मान्य होगा सुप्रीम कोर्ट का फैसला
बाबा संजय दास ने कहा कि मैं स्वयं भी कई प्रतियोगिता में हिस्सा ले चुका हूं. व्यक्तिगत रूप से फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को जनता हूं. उन्होंने यह भी कहा कि फेडरेशन के अध्यक्ष पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वास जताते हुए कहा है कि कुश्ती संघ एक मजबूत हाथों में है. ऐसे में न्यायालय का जो भी निर्णय होगा वह मान्य होगा. लेकिन प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों को अब धरना स्थल से उठकर अपनी दिनचर्या में लग जाना चाहिए. जांच का विषय है मामला सुप्रीम कोर्ट के समक्ष है, जो भी फैसला होगा वह मान्य होगा.


अनादि काल से चल रही परंपरा
संत संजय दास ने कहा कि हनुमानगढ़ी कुश्ती परंपरा अनादि काल से चल रही है. यहां पर एक से एक बड़े पहलवान आए हुए हैं. बाबा बुलबुली दास, बाबा दयाराम दास, बाबा हरि शंकर दास, ज्ञान दास महाराज ऐसे बहुत से पहलवान आए हुए हैं. यहां का कुश्ती क्षेत्र में उस समय डंका बोलता था. यहां पर नेता बृजभूषण शरण सिंह ने भी अपना काफी समय दिया है. 


इस तरह का आरोप लगाना निंदनीय 
संत संजय दाज ने कहा कि कुश्ती क्षेत्र में हनुमानगढ़ी में बृजभूषण शरण सिंह को सभी लोग बालपन से देख रहे हैं. सभी उनका चरित्र, स्वभाव और रहन-सहन जानते हैं. उन्होंने कहा कि वह बहुत ही अच्छे इंसान हैं. उनके ऊपर इस तरह से आरोप लगाना यह बहुत ही निंदनीय है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने आदेश कर दिया है. एफआईआर भी दर्ज हो गई है. उन्होंने कहा कि अब जो भी होगा सब साफ हो जाएगा. 


"इसके पीछे बड़ी साजिश" 
संत संजय दास ने कहा कि जिस तरह के आरोप बृजभूषण शरण सिंह पर लगा रहे हैं, यह पूरी तरह से गलत है. उन्होंने कहा कि "इसके पीछे बहुत बड़ी साजिश है. बड़ी राजनीति चल रही है". जांच में सबकुछ सामने आएगा. उन्होंने कहा कि "जब किया नहीं तो डर कैसा, छानबीन होगा, सब कुछ अपने आप पता चल जाएगा."


पहलवानों पर लगाए ये आरोप
संत संजय दास ने कहा कि "यह लोग एक बार ओलंपिक मेडल ले आए. ओलंपिक में कुश्ती लड़ लिए, लेकिन कैंप नहीं जाना चाहते हैं. ट्रायल भी नहीं देना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि ये लोग डायरेक्ट सेलेक्शन चाहते हैं और वह चीज नेताजी होने नहीं देना चाहते हैं. आप लड़ करके आइए, एक बच्ची कैंप कर रही हैं, 1 से 2 महीने तक कैंप कर रही है, प्रैक्टिस कर रही है, रोजाना अपने खून पसीने को बहा रही है. उस गरीब बेटी को भी देखना है. आप लड़ के आइए, कैंप करिए." उन्होंने कहा कि "आप रोड पर प्रैक्टिस कर रहे हैं, इसका क्या मतलब है." 


पूरी हो चुकी हैं मांगें
अयोध्या के संत संजय दास ने कहा कि सु्प्रीम कोर्ट ने जो आदेश​ दिया है, उस पर एफआईआर दर्ज की जा चुकी है. अब जो भी होगा, दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांगें पूरी हो चुकी हैं. अब इन्हें अपने घर लौट जाना चाहिए. वहां पर प्रैक्टिस करनी चाहिए और जो दिनचर्या है उसे फॉलो करना चाहिए.


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