Gyanvapi Masjid Row: जज को धमकी भरा पत्र मिलने से अयोध्या के साधु संत नाराज, केंद्र सरकार से की ये मांग
Gyanvapi Masjid Row: अयोध्या में संत समाज ने कहा कि कथित 'इस्लामिक आगाज मूवमेंट' का धमकी भरा खत हिंदुस्तान में ही संभव है. उन्होंने बहुसंख्यक समाज के साथ नाइंसाफी होने का आरोप लगाया.
Gyanvapi Masjid Row: ज्ञानवापी मामले की सुनवाई करने वाले जज को धमकी भरा पत्र मिलने पर अयोध्या में संत समाज ने नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि कथित 'इस्लामिक आगाज मूवमेंट' का धमकी भरा खत हिंदुस्तान में ही संभव है. उन्होंने बहुसंख्यक समाज के साथ नाइंसाफी होने का आरोप लगाया और कहा कि देश को तोड़ने की बात करनेवालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. फतवाबाजी करना फैशन बन गया है. कुछ नहीं कर पाते तो धमकी देते हैं.
भारत सरकार से मांग है कि बयान और धमकी देने वालों के साथ सख्ती से निपटे. ऐसे लोगों का दमन किया जाना जरूरी है. संतों ने ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के वीडियोग्राफी का आदेश देने वाले जज को उच्च स्तरीय सुरक्षा तत्काल प्रदान करने और धमकी देने वालों के ऊपर कठोर कार्रवाई की मांग की. धमकी भरा पत्र मिलने के बाद सिविल जज रवि दिवाकर ने अपर मुख्य सचिव गृह को पत्र लिख कार्रवाई की मांग की है. संत समाज ने न्यायाधीश महोदय को साधुवाद और धन्यवाद दिया. हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि ज्ञानवापी प्रकरण में जज साहब को धन्यवाद दूंगा.
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आखिर पीड़ित किसके पास जाएगा? जज के आदेश पर सर्वे हुआ. दुख इस बात का है इस्लामिक आगाज मूवमेंट ने जज को धमकी भरा खत भेजा है. रामा दल ट्रस्ट के अध्यक्ष कल्कि राम ने कहा कि धमकी देना, फतवाबाजी करना फैशन बन गया है. जब कुछ नहीं कर पाते तो धमकी देते हैं और सोशल मीडिया पर अनाप-शनाप बयानबाजी करते हैं. भारत सरकार को चाहिए बयानबाजों, धमकीबाजों से सख्ती से निपटे. कल्कि राम ने जज को उच्च स्तरीय सुरक्षा प्रदान करने और धमकी देने वाले लोगों के ऊपर कठोर से कठोर कार्रवाई करने की मांग की.