Ayodhya Saints met District Magistrate: अयोध्या (Ayodhya) के संतों ने चौड़ीकरण के जद में आ रहे दुकानदारों और मकान मालिकों के समर्थन में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला अधिकारी से मुलाकात की है. सतों ने अधिकारी से निवेदन किया है कि अतिक्रमण (Encroachment) के नाम पर लोगों के घर गिराए जा रहे हैं, लोगों को बेघर किया जा रहा है ऐसा ना किया जाए. संतों की मानें तो जिला अधिकारी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि किसी को भी उजाड़ा नहीं जाएगा. संतों ने कहा कि अयोध्या केवल मंदिर और मूर्तियों से नहीं जाना जाता यहां संत हैं, कुंड हैं और तमाम लोग बस रहे हैं जिनको उजाड़ा जाना बिल्कुल उचित नहीं है, लिहाजा हर व्यक्ति की उचित व्यवस्था की जाए. 


किसी को उजाड़ा ना जाए
बता दें कि, बीते दिनों भगवान राम की विशालकाय प्रतिमा मीरापुर दोआबा क्षेत्र में लगाई जा रही थी जिसके बाद मीरापुर दोआबा क्षेत्र के लोगों ने कोर्ट की शरण ली थी. अब मीरापुर दोआबा के संपूर्ण क्षेत्र को सरयू का कछार घोषित कर दिया गया है, वहां पर बसे हुए लोगों को उजाड़ने की धमकी दी जा रही है जिसके बाद जिला प्रशासन से संत समाज ने मुलाकात कर कहा है कि किसी को भी अनावश्यक तौर से ना उजाड़ा जाए. 


स्टांप शुल्क अदा करके खरीदी है जमीन 
राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल दास ने कहा कि सरयू के किनारे तमाम मठ मंदिर और भक्तों के मकान हैं. मकानों को अवैध घोषित कर दिया गया है, सरयू का कछार घोषित किया गया जबकि ऐसा नहीं है. स्टांप शुल्क अदा करके सबने जमीन खरीदी है और सरकार को उसका टैक्स भी दिया है. नक्शा भी पास कराया है. संत समाज ने कहा कि ये लोग बहुत दिनों से फंसे हुए हैं, उनको उजाड़ दिया जाएगा ये अच्छा नहीं है.


गरीबों के आंसू खाली नहीं जाएंगे
संत समाज ने चेतावनी देते हुए कहा कि गरीबों के आंसू खाली नहीं जाएंगे, कल भी ज्ञापन दिया था और चर्चा की थी, आज भी हमारे संत महात्मा इसी के लिए जिला अधिकारी से मिलने आए हैं. संत समाज को जिला अधिकारी नीतीश कुमार ने आश्वासन दिया है कि ऐसा नहीं होगा, सबको संतुष्ट किया जाएगा. संत समाज का दावा है कि इस प्रक्रिया में 200 मठ और मंदिर भी आ रहे हैं और प्रशासन की तरफ से नोटिस भी भेजा गया है. 


प्रशासन के लोग धमकी दे रहे हैं
वहीं, वृद्ध महिला जो जिलाधिकारी से संत समाज के साथ मुलाकात करने पहुंची थी उन्होंने कहा कि हमने मीरापुर दोआबा में जमीन ली जिसके दस्तावेज मेरे पास हैं. उसके बावजूद प्रशासन के लोग गिराने की धमकी दे रहे हैं. महिलाओं ने कहा कि हमने इस उद्देश्य से यहां पर अपने घर की संपत्ति बेचकर के मकान बनाया था कि हम यहां पर रह कर संत समाज की सेवा करेंगे, भगवान राम की नगरी में रहेंगे. महिलाओं ने कहा कि हम लोगों ने प्रयास किया था कि दीपोत्सव के दौरान मुख्यमंत्री से मुलाकात मुलाकात करें, लेकिन उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है. 


किसी को उजाड़ा नहीं जाएगा
जगतगुरु रामानुजाचार्य महंत राम दिनेश आचार्य ने कहा कि जिलाधिकारी से हम लोगों ने मुलाकात की है और कहा है कि अयोध्या केवल मठ मंदिरों से नहीं बड़े-बड़े मार्केटों से नहीं जानी जाती है. अयोध्या संतों से और कुडों से जानी जाती है. अयोध्या का पौराणिक महत्त्व देवी देवताओं के मंदिर से है. संतों ने कहा कि जिलाधिकारी ने आश्वस्त किया है कि ऐसी कोई घटना होगी, जांच होगी और किसी को उजाड़ा नहीं जाएगा, साधु-संतों को बसाया जाएगा.



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