अयोध्या: जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद अब कैलाश मानसरोवर को मुक्त कराने के लिए अयोध्या के संतों ने हुंकार भरी है. ये अभियान जल्द ही शुरू होगा. संतों के नेतृत्व में प्रारंभ होने वाला ये अभियान विश्व प्रवासी सामाजिक सांस्कृतिक संघ के संरक्षण में शुरू होगा. इसके लिए रविवार को अयोध्या में संतों की एक अहम बैठक जानकी घाट बड़ा स्थान में रखी गई है.
संत करेंगे चर्चा
बैठक में गीता, गंगा, गायत्री और गौ संरक्षण पर भी जन जागरण अभियान चलाए जाने को लेकर चर्चा होगी. मुख्य संरक्षक जानकी घाट बड़ा स्थान के पीठाधीश्वर जन्मेजय शरण ने रविवार को एक अहम बैठक बुलाई है जिसमें कैलाश मानसरोवर को मुक्त कराए जाने के लिए संत चर्चा करेंगे.
भारत में हो कैलाश मानसरोवर का विलय
महंत जन्मेजय शरण ने कहा कि ''अंतरराष्ट्रीय विश्व प्रवासी सामाजिक एवं सांस्कृतिक संघ की तरफ से संत सम्मान समारोह किया जा रहा है. गीता, गंगा, गायत्री और गौ का विशेष संरक्षण, संतों का संरक्षण, मठ-मंदिरों का संरक्षण, नदियों का संरक्षण और पर्यावरण का संरक्षण करना मुख्य उद्देश्य है. इसमें विशेष ये है कि कैलाश मानसरोवर को जो शास्त्र सम्मत है उसकी मुक्ति और भारत में उसके विलय के उद्देश्य का संकल्प है.''
बढ़ाने जा रहे हैं अभियान
जानकी घाट पीठाधीश्वर महंत जन्मेजय शरण ने कहा कि ''हम अभियान को आगे बढ़ाने जा रहे हैं. अभियान में देश और विदेश में रह रहे सभी लोग संरक्षण दे रहे हैं. जम्मू कश्मीर के मामले का पटाक्षेप हुआ है, उसी तर्ज पर कैलाश मानसरोवर मसले का भी पटाक्षेप कराया जाएगा.''
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