UP News: राजस्थान (Rajasthan) सरकार के द्वारा 300 वर्ष से ज्यादा प्राचीन मंदिरों को गिराए जाने के बाद अयोध्या के संत समाज में नाराजगी है. संतो ने कांग्रेस (Congress) सरकार को आड़े हाथों लेते हुए भगवान विरोधी और सनातन धर्म का विरोध करने वाली सरकार बताया है. संत समाज ने कहा कि यह वही कांग्रेस सरकार है जो भगवान राम को काल्पनिक बताती है.
रामसेतु को मानने को नहीं तैयार होती थी, उसी सरकार में 300 वर्ष से ज्यादा पुराने प्राचीन मंदिरों को गिरा दिया जाता है. संत समाज ने कहा कि यह राजस्थान सरकार का निंदनीय कार्य है. सनातन धर्म से संबंधित किसी भी तरीके की धार्मिक आशा राजस्थान सरकार से नहीं किया जाना चाहिए.
राहुल गांधी पर कही ये बात
हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि राजस्थान सरकार के द्वारा 300 वर्षों से ज्यादा प्राचीन मंदिरों को तोड़ा गया, यह बहुत दुखद है. राहुल गांधी पर हमलावर होते हुए महंत राजू दास ने कहा कि जिस पार्टी के मुखिया त्रिपुंड लगाते हो, कुर्ते के ऊपर जनेऊ धारण करते हों, इसके अलावा रुद्राक्ष की माला पहन कर के दिखावा करते हो और पार्टी के राज्यों में 300 वर्ष पुराना मंदिर तोड़ा जाता है. यह निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है. राहुल प्रियंका और सोनिया गांधी दिखाते कुछ और हैं, करते कुछ और हैं. कांग्रेस शासित राज्यों में हिंदू जनमानस के भावनाओं से खिलवाड़ क्यों किया जाता है. हम किसी वर्ग विशेष को खुश करने के लिए ऐसे निंदनीय कार्य का पुरजोर विरोध करते हैं. संत समाज ने इसका जवाब राजस्थान सरकार से मांगा है.
प्रधान पुजारी ने कांग्रेस सरकार को घेरा
रामलला के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कांग्रेस सरकार पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस की मानसिकता ही दूषित है. कांग्रेस भगवान राम, राम सेतु को काल्पनिक बताती है. ऐसी सरकार की नीति कभी धार्मिक हो ही नहीं सकती है. सत्येंद्र दास ने कहा कि मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाना कांग्रेस का उद्देश्य है. वहां पर हिंदुओं को दबाया जा रहा है. मंदिरों के ऊपर आक्रमण हो रहे हैं. यह सरकार देवी-देवताओं को मानने वाली नहीं है. हिंदुओं के त्योहार और कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है. जहां भी कांग्रेस सरकार है, वहां कोई भी धार्मिक अनुष्ठान नहीं करने दिया जाते हैं. सत्येंद्र दास ने कहा कि राजस्थान सरकार से धार्मिक आशा नहीं किया जाना चाहिए.
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